सांपला में छोटूराम के नाम पर किसान-कमेरा वर्ग को साधेगी भाजपा
दीनबंधु चौधरी छोटूराम को किसानों का मसीहा कहा जाता है और किस
ओपी वशिष्ठ, रोहतक : दीनबंधु चौधरी छोटूराम को किसानों का मसीहा कहा जाता है और किसान उन्हें पूजते हैं। वहीं पूर्व उपप्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र ¨सह हुड्डा को किसान और कमेरा वर्ग के नेता माना जाता है। ऐसे में दीनबंधु चौधरी छोटूराम के नाती केंद्रीय इस्पात मंत्री बीरेंद्र ¨सह डूमरखां ने पैतृक गांव सांपला में 64 फीट की प्रतिमा बनाकर यह संकेत देने की कोशिश की है कि बेशक, उनका नाम छोटूराम है, लेकिन कद उनका बहुत बड़ा है। वहीं बीरेंद्र सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रतिमा के अनावरण समारोह में आमंत्रित करके अपनी चुनावी मंशा जता दी है। नौ अक्टूबर को सांपला में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रतिमा के अनावरण और रैली को 2019 का चुनावी शंखनाद कहा जा सकता है। पीएम मोदी दीनबंधु के नाम पर जाटलैंड में किसान व कमेरे को वर्ग को साधने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रोहतक में चार साल में दूसरी बार आ रहे हैं। 2014 के विधानसभा चुनाव में पीएम ने रोहतक के सेक्टर-6 में चुनावी रैली की थी, जिसमें जाट समाज को साधने का प्रयास किया गया था। काफी हद तक जाटलैंड में सेंधमारी भी कर गए थे, लेकिन अब जाटों के साथ-साथ किसान, कमेरा व श्रमिक वर्ग को साधने का काम करेंगे। चूंकि एक तरफ सांपला दीनबंधु सर छोटूराम का पैतृक स्थान है। तो वहीं रोहतक में अभी भी पूर्व सीएम भूपेंद्र ¨सह हुड्डा का प्रभाव कायम है। ऐसे में भाजपा हुड्डा के प्रभाव को खत्म करने के लिए कोई बड़ी घोषणा भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से करवा सकती है। ताकि भाजपा यहां पूरी तरह से जाट समाज में घुसपैठ कर सकें। कुछ ऐसी चर्चा मोदी के दौरे को लेकर राजनीतिक गलियारों में शुरू हो गई हैं। केंद्रीय मंत्री डूमरखां भी करेंगे शक्ति प्रदर्शन केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र ¨सह डूमरखां का रोहतक से खास लगाव रहा है। दीनबंधु के नाती होने के कारण उनकी राजनीति रोहतक के ही इर्द-गिर्द रही है। दीनबंधु की प्रतिमा के अनावरण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित करने के लिए लंबे समय से प्रयास भी रहे थे। इतना ही नहीं कई बार उन्होंने सार्वजनिक मंचों पर यह भी कहा कि प्रतिमा अनावरण समारोह उनका आखिरी राजनीतिक जलसा होगा। हालांकि उन्होंने इस समारोह को गैर राजनीतिक भी बताया है और सभी राजनीति दलों व वर्गों के नेताओं को समारोह में आमंत्रित करने की बात भी कही है। इस समारोह के माध्यम से बीरेंद्र ¨सह शक्ति-प्रदर्शन करने में कोई कसर नहीं छोड़ पाएंगे। वह यह भी बताना चाहेंगे कि वे हरियाणा में जाट नेताओं में कमजोर नहीं है। हरियाणा में कल से कार्यकर्ताओं के बीच जाएंगे केंद्रीय मंत्री
केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र ¨सह डूमरखां प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर चार अक्टूबर से कार्यकर्ताओं की बैठकों का सिलसिला शुरू करने जा रहे हैं। चार को कैथल व हिसार, पांच को रोहतक और छह को सोनीपत, नोल्था व पानीपत में कार्यकर्ताओं की बैठक लेंगे। अब समारोह तक अधिकतर समय हरियाणा में ही बिताएंगे। उनकी पत्नी उचाना की विधायक प्रेमलता, जो छोटूराम विचार ट्रस्ट की अध्यक्ष हैं, देश के अन्य राज्यों में नेताओं को आमंत्रित करेंगी। कई केंद्रीय मंत्रियों के अलावा जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा के राज्यपाल सहित राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ¨सधिया को भी विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है।