Move to Jagran APP

रोहतक में ठगों का मायाजाल, दो माह में करीब सवा तीन करोड़ की ठगी

विनीत तोमर रोहतक जिले में ठगों का मायाजाल लगातार बढ़ता जा रहा है। पिछले करीब दो माह

By JagranEdited By: Published: Mon, 06 May 2019 12:17 AM (IST)Updated: Mon, 06 May 2019 12:17 AM (IST)
रोहतक में ठगों का मायाजाल, दो माह में करीब सवा तीन करोड़ की ठगी
रोहतक में ठगों का मायाजाल, दो माह में करीब सवा तीन करोड़ की ठगी

विनीत तोमर, रोहतक

loksabha election banner

जिले में ठगों का मायाजाल लगातार बढ़ता जा रहा है। पिछले करीब दो माह में सवा तीन करोड़ की ठगी के मामले सामने आ चुके हैं। अधिकतर मामलों में बैंक अधिकारी बनकर खातों से रकम उड़ाई जा रही है तो कहीं ओलएक्स पर सामान बेचने के नाम पर लोगों को ठगी का शिकार बनाया जा रहा है। यह हाल तो तब है जब पुलिस ने ऐसे मामलों को रोकने के लिए अलग से एसआइटी का गठन किया है। खास बात यह है कि लोगों को अपना शिकार बनाने के लिए ठगी के नए-नए तरीके आजमाएं जा रहे हैं। आम लोगों के साथ-साथ व्यापारियों को भी निशाना जा रहा है। हाल ही में दो बड़े मामले ऐसे सामने आए हैं जिसमें जीरी खरीद के नाम पर दो व्यापारियों को करीब तीन करोड़ की चपत लगा दी गई। पुलिस के आंकड़ों पर नजर डालें तो रोजाना करीब दो से तीन मामले ठगी के आ रहे हें। कुछ इस तरह हुए बैंक खाताधारक शिकार

आजादगढ़ मुहल्ले के रहने वाले बीएसएफ जवान धर्मवीर का खाता सेक्टर-3 स्थित एसबीआइ शाखा में है। साइबर ठगों ने बीएसएफ जवान के खाते से दो लाख चार हजार रुपये निकाल लिए। यह मामला अर्बन एस्टेट थाने में दर्ज है।

- कलानौर के रहने वाले गौरव को भी तीन लाख 98 हजार रुपये की चपत लगा दी गई है। कई दिन पहले पीड़ित ने अपने खाते से 2200 रुपये किसी के पास भेजे थे। इसके कुछ देर बाद मोबाइल पर मैसेज आया कि खाते से तीन लाख 98 हजार रुपये निकाल लिए गए। इस मामले में भी अभी तक कुछ पता नहीं चल सका।

- पिछले दिनों कई ऐसे भी मामले आए हैं जिसमें व्यक्ति की जेब में एटीएम कार्ड रहता है और उसके खाते से रकम निकाल ली जाती है। वह भी कभी पश्चिमी बंगाल तो कभी किसी अन्य शहर में। बहादुरगढ़ कोर्ट में लिफ्ट ऑपरेटर की नौकरी करने वाले सुखपुरा चौक निवासी गुरपाल सिंह के खाते से भी 12 हजार रुपये इसी तरह निकाले गए।

- 2 सूर्य नगर के रहने वाले सुधीर का खाता भिवानी स्टैंड स्थित ओबीसी शाखा में है। पिछले सप्ताह उसके मोबाइल पर मैसेज आए और अलग-अलग ट्रांजक्शन कर खाते से करीब 29 हजार रुपये निकाल लिए गए।

- पिछले सप्ताह गद्दीखेड़ी गांव की रहने वाली ममता के खाते से भी 54 हजार रुपये निकाल लिए गए। इसमें ठग का फोन आया और खुद को बैंक अधिकारी बताकर खाते से यह रकम साफ कर दी। इसके अलावा बालंद गांव निवासी प्रवीण का खाता पीएनबी शाखा में है। उसके पास भी एक फोन आया और बैंक अधिकारी बताकर जानकारी मांगी। कुछ देर बाद ही खाते से 11 हजार निकाल लिए। ऐसे ठगे गए व्यापारियों से करीब तीन करोड़ रुपये

- पिछले माह जनता कालोनी के रहने वाले जयदेव ने मामला दर्ज किया गया कि वह अनाज मंडी में कमीशन एजेंट का काम करता है और दुकान भी है। कुछ समय पहले करनाल के कई लोग उसके संपर्क में आए और खुद को बड़ा व्यापारी बताकर जीरी का आर्डर दे दिया। आखिर में आरोपितों ने व्यापारी को एक करोड़ 68 लाख रुपये की चपत लगा दी, जिनका कोई अता-पता नहीं।

- इसी तरह जनता कॉलोनी के रहने वाले व्यापारी रघुबीर सिंह को भी शिकार बनाया गया। व्यापारी से भी करनाल के तीन लोगों ने करीब पांच करोड़ 34 लाख 62 हजार की जीरी खरीद ली। कुछ दिन व्यापार करने के बाद ठगों ने एक करोड़ 49 लाख रुपये की चपत लगा दी। खास बात यह है कि दोनों ही व्यापारियों को ठगने वाले करनाल के रहने वाले हैं। दोनों ही मामले शिवाजी कॉलोनी थाने में दर्ज है। ठगी के मामलों में विदेशी भी कम नहीं

- विदेशी गैंग की पहली घटना अगस्त माह में पुराना शुगर मिल क्षेत्र में सामने आयी थी। कार सवार दो विदेशी व्यक्ति हार्डवेयर व्यापारी राजेश जैन की दुकान पर पहुंचे थे और खुद को टूरिस्ट बताया। जबकि उनके दो साथी कार में बैठे रहे थे। आरोपितों ने व्यापारी को झांसे में लिया कि उनकी करेंसी नहीं बदली जा रही। ऐसे में उन्हें परेशानी हो रही है। बाद में दोनों आरोपित व्यापारियों को बातों में उलझाकर 34 हजार रुपये ठग कर फरार हो गए थे।

- दूसरी वारदात तीन सितंबर को कंसाला गांव में डस्ट-रोड़ी की दुकान पर हुई थी। दुकानदार आजाद सिंह के पास तीन विदेशी पहुंचे। वहां पर विदेशियों ने तर्क दिया कि उन्होंने भारतीय करेंसी नहीं देखी है, जिस पर व्यापारी ने उन्हें भारतीय करेंसी दिखा दी। तभी व्यापारी को झांसा देकर बैग से 52 हजार रुपये चोरी कर लिए। इन दोनों ही मामलों में पुलिस अभी तक आरोपितों का कोई पता नहीं कर सकी। इसके बाद बहुजमालपुर गांव में गिरोह के एक सदस्य को पुलिस ने पकड़ लिया था। ओएलएक्स पर भी आए ठगी के कई मामले

- अप्रैल माह में वेस्ट हरियाणा हाइवे प्रोजेक्ट कंपनी के इंजीनियर कौशल किशोर भी ओएलएक्स का शिकार बने हैं। ओएलएक्स पर स्कूटी का विज्ञापन देखा और दिए गए नंबर पर कॉल की। फोन रिसीव करने वाले ने खुद को फौज में तैनात बताया। इंजीनियर को स्कूटी तो मिली नहीं, लेकिन जेब से 42 हजार 373 रुपये गवां दिए। इसके अलावा भी ओएलएक्स पर कई मामले सामने आ चुके हैं। यह गिरोह भी है सक्रिय

- शहर में ताला-चाबी ठीक करने वाले गिरोह भी सक्रिय है। पिछले माह शिवाजी कॉलोनी निवासी भावुक खुराना के घर पर ताला ठीक करने आए दो सरदार वहां से करीब चार लाख रुपये और सोने-चांदी के जेवरात लेकर फुर्र हो गए थे। इसके अलावा पाड़ा मुहल्ला निवासी सुभाष चंद्र के घर भी इसी तरह नकदी और जेवरात पर हाथ साफ किया गया है। हालांकि इस गिरोह का एक सदस्य पकड़ा जा चुका है। बाकी का कोई सुराग नहीं है। पुलिस को इन नंबरों पर करें शिकायत

ओएलएक्स या साइबर के अन्य तरीकों से ठगी का शिकार होने वाले लोगों के लिए पुलिस ने कंट्रोल रूम नंबर भी जारी किए हैं। पुलिस को 01262-228113, 100 और वाट्सएप नंबर 9996464100 पर शिकायत कर सकते हैं।

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.