किसान गोष्ठी में गिनवाए ई-पशुहॉट के फायदे
जागरण संवाददाता, रोहतक : कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय भारत सरकार, पशुपालन डेयरी एवं
जागरण संवाददाता, रोहतक :
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय भारत सरकार, पशुपालन डेयरी एवं मत्स्य पालन विभाग की केंद्रीय पशु पंजीकरण योजना तथा क्षेत्रीय चारा केंद्र हिसार के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को गांव सांघी में पशुपालक गोष्ठी का आयोजन किया। डिप्टी डायरेक्टर पशुपालक रोहतक डा. सूर्या खटकड़, सांघी के मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी डॉ. संजीव फौगाट, वीएलडीए अनिल कुमार व मुकेश कुमार एवं योजना के मुख्य अधिकारी डा. एचके ¨सह, डिप्टी रजिस्ट्रार भारत सरकार एवं डा. पीपी ¨सह, निर्देशक भारत सरकार क्षेत्रीय चारा केंद्र हिसार व सोमेंद्र मीणा, फार्म सहायक ने पशुपालकों को योजना की विस्तृत जानकारी दी। जैसे ई-पशुहाट का रिकार्ड राष्ट्रीय गोकुल मिशन, राष्ट्रीय कामधेनु अवार्ड व गोशालाओं में नकारा सांडों का बधियाकरण करने व पंजीकृत गोशालाओं में हर 5 साल में समन्वय स्थापित कर गोवंश का स्थानांतरण करने की सलाह दी ताकि इन ब्रींडिग से भी बचा जा सकें। क्योंकि इन ब्रींडिग से पैदा होने वाली संतति में ज्यादा रोग आते है।
ई पशुहाट के फायदे
अपने पंजीकृत पशुओं के फोटो व उनका लेखा जोखा सभी पशुपालक स्वयं भी डाल सकते है, इससे आपको बिचौलिया प्रथा से छुटकारा मिलेगा, आपको आपके पशु का मोल भाव भी सही प्राप्त हो सकेंगा व आपकी आय में भी बढ़ोतरी होगी। आने वाले समय में वाहनों की तर्ज पर होगा पशुओं का पंजीकरण। आज के प्रतिर्स्पधा दौर में मंहगी से लग्जरी गाड़ियों से सींग भिड़ा रही मुर्रा कहावत भी है, जिसके घर मुर्रा उसका उच्चा तुर्रा।
देशी नस्ल के गिनाए फायदे
योजना के प्रचार प्रसार से तो आज गांव में देशी नस्लों को दोबारा पालने का रूझान तेजी से बढ़ रहा है। क्योंकि देशी गाय का दूध बच्चों, बुढों व बीमार व्यक्तियों के लिए बहुत फायदेमंद माना गया है। वैज्ञानिकों ने तो यहां तक दावा किया है कि देशी गाय के दूध से रोग निरोधक क्षमता बढ़ती है व गोमूत्र भी कई बीमारियों से निजात दिलाता है। इन गायों का दूध भी ए-टू पाया गया जो कि रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।