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रोहतक में साधुओं के साथ प्रशासन की बैठक, कावड़ मेला स्थगित

रोहतक के उपायुक्त आर एस वर्मा ने जिला की धार्मिक संस्थाओं महंत व साधू-संतों से आह्वान किया कि वे लोगों को सावन मास में कावड़ न लेने जाने के लिए जागरूक करें।

By JagranEdited By: Published: Wed, 08 Jul 2020 09:48 AM (IST)Updated: Wed, 08 Jul 2020 09:48 AM (IST)
रोहतक में साधुओं के साथ प्रशासन की बैठक, कावड़ मेला स्थगित

रोहतक में साधुओं के साथ प्रशासन की बैठक, कावड़ मेला स्थगित

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जागरण संवाददाता, रोहतक : उपायुक्त आर एस वर्मा ने जिला की धार्मिक संस्थाओं महंत व साधू-संतों से आह्वान किया कि वे लोगों को सावन मास में कावड़ न लेने जाने के लिए जागरूक करें। उत्तराखंड सरकार ने हरिद्वार में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर पूर्ण रूप से पाबंदी लगाई गई है और कावड़ मेला भी स्थगित कर दिया है। यह निर्णय कोविड-19 के सामुदायिक संक्रमण को रोकने के लिए जनहित में लिया गया है। वहीं, सीमाएं भी सील की गई है। उपायुक्त वर्मा मंगलवार को लघु सचिवालय स्थित कांफ्रेंस हाल में धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ कोविड-19 के सामुदायिक संक्रमण को रोकने को लेकर विचार विमर्श कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आम जनता धर्म गुरुओं की बातों का अनुसरण करती है। पुलिस अधीक्षक राहुल शर्मा ने कहा कि सरकार के निर्णय के अनुसार इस वर्ष कावड़ मेला स्थगित किया गया है इसलिए कोई भी व्यक्ति शिविर व लंगर न लगाएं। किसी प्रकार की कावड़ लाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त महेंद्रपाल, नगराधीश ब्रह्मप्रकाश अहलावत, सिविल सर्जन डा. अनिल बिरला सहित धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों में महामंडलेश्वर कपिल पुरी, संजय वशिष्ठ, बाबा सुरेश पुरी, रमेश सहगल, सुरेंद्र, ओम प्रकाश शर्मा, रविद्र मक्कड़, मनमोहन, बृजलाल सहित अन्य प्रतिनिधि मौजूद रहे।


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