सर छोटूराम की प्रतिमा खंडित करने वालों 48 घंटे में गिरफ्तार करें पुलिस
संवाद सहयोगी महम मोखरा गांव में दीनबंधु सर छोटूराम की प्रतिमा खंडित किए जाने के मामले क
संवाद सहयोगी, महम : मोखरा गांव में दीनबंधु सर छोटूराम की प्रतिमा खंडित किए जाने के मामले को लेकर शुक्रवार शाम गांव में पंचायत बुलाई गई। पंचायत में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि प्रतिमा को खंडित करने वाले आरोपितों को 48 घंटे के अंदर गिरफ्तार किया जाए, अन्यथा ग्रामीण अपने स्तर पर कार्रवाई करेंगे। इसके अलावा युवा रविदास समिति की तरफ से भी निर्णय लिया गया कि इस घटना के चलते 27 फरवरी को गांव में मनाई जाने वाली जयंती इस बार नहीं मनाई जाएगी। इस घटना को लेकर पूरे गांव में रोष का माहौल है। पंचायत में सभी ने एकजुट होकर भाईचारा बनाए रखने का भी संकल्प लिया। मनबीर सिंह, बलवान सिंह, रामकिशन, ओपी मलिक, समुंद्र, राजेश, कपूर सिंह, गजेंद्र, रामकुमार, सुरेंद्र, बजरंग, सुरेश, अनुप सिंह, सुनील कुमार और प्रदीप कुमार आदि मौजूद रहे।
छोटराम की प्रतिमा ख्ाडित करने पर रोष
संवाद सहयोगी, महम : मोखरा गांव में देर रात असामाजिक तत्वों ने दीनबंधु सर छोटूराम की प्रतिमा को खंडित कर दिया। पता चलने पर ग्रामीणों में रोष फैल गया। आरोप है कि माहौल खराब करने के लिए किसी ने साजिश के तहत प्रतिमा को खंडित किया है। बहुअकबरपुर थाना पुलिस अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। मोखरा गांव में बस स्टैंड के नजदीक दीनबंधु सर छोटूराम की प्रतिमा स्थापित है। शुक्रवार सुबह मोखरा खास पंचायत के सरपंच अनिल वहां पर घूमने के लिए पहुंचे, जिन्होंने देखा कि प्रतिमा को खंडित किया गया है। पता चलते ही काफी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। इसकी जानकारी बहुअकबरपुर थाना पुलिस को दी। जिसके बाद थाना प्रभारी श्रीभगवान पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों का कहना था कि असामाजिक तत्व गांव का माहौल खराब करना चाहते हैं। इसी वजह साजिश के तहत प्रतिमा को खंडित किया है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि जब तक आरोपित नहीं पकड़े जाते तब तक वह शांत नहीं बैठेंगे। थाना प्रभारी ने किसी तरह ग्रामीणों को समझाकर शांत किया। आश्वासन दिया कि जल्दी ही आरोपितों को पकड़ लिया जाएगा। थाना प्रभारी का कहना है कि आरोपितों की तलाश की जा रही है। जल्दी ही उन्हें पकड़ लिया जाएगा। गौरतलब है कि कुछ माह पहले कलानौर थाना क्षेत्र में भी डा. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा को खंडित कर दिया गया था। इसे लेकर भी काफी रोष था।