राइस मिल मालिक की लापरवाही और पानीपत प्रशासन की चूक से बनीं आफत
पुनीत शर्मा रोहतक पानीपत स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन की लापरवाही के कारण न केवल एक
पुनीत शर्मा, रोहतक
पानीपत स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन की लापरवाही के कारण न केवल एक परिवार महामारी की चपेट में आया है, बल्कि सैकड़ों की संख्या में लोगों की जान पर आफत बन गई है। स्थिति यह है कि राइस मिल के मालिक के पॉजिटिव पाए जाने के बाद भी अधिकारियों ने न तो मिल को बंद कराया और न ही राइस मिल में कार्य करने वाले कर्मचारियों की जांच करना जरूरी समझा। राइस मिल में काम करने वाली जिस महिला को कोरोना वायरस पॉजिटिव मिला है, वह भी खुद पीजीआइ में इलाज कराने पहुंची थी। हैरान की बात महिला पानीपत से अपने परिवार के साथ रोहतक अपने मायके पहुंच गई।
मिल मालिक के पॉजिटिव पाए जाने के बाद भी जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने मिल में कार्य करने वाले कर्मचारियों की न तो जांच की और न ही उन्हें एहतियात बरतने के लिए घर से बाहर न निकलने का सुझाव दिया। इसके अलावा जिला प्रशासन ने सरकार के आदेशों के बाद भी मिल को बंद कराने के लिए जहमत नहीं उठाई। 20 मार्च तक मिल का संचालन किया गया। जबकि सरकार ने पहले ही रोक लगा दी थी कि एक स्थान पर अधिक लोग एकत्रित न हों। साथ ही एहतियात के तौर पर जिलों में धारा 144 भी लगाई थी, लेकिन इसका भी कोई असर नहीं हुआ। भाई और दो बच्चों को भी किया आइसोलेट
महिला में कोरोना वायरस की पुष्टि होने के बाद उसके दोनों बच्चों और भाई को भी आइसोलेट किया गया है। चिकित्सकों के मुताबिक पॉजिटिव मरीज के अति नजदीक होने वाले लोगों को भर्ती करने के साथ ही अन्य लोगों की जानकारी भी जुटाई जा रही है। पीड़िता के मुताबिक मिल में मजदूरों को पानी के लिए केवल एक ही टंकी थी, संभव है कि उक्त टंकी से ही वायरस एक दूसरे में फैला है। यदि पीड़िता का आरोप सही पाया जाता है तो अन्य मजदूरों पर भी महामारी का खतरा बना हुआ है। पीड़िता से बातचीत के कुछ अंश :
सवाल : घर में आपके अलावा कौन-कौन हैं?
जवाब : दो बच्चे, पति, भाई व मां सवाल : मिल मालिक पॉजिटिव मिला तो क्या स्वास्थ्य विभाग ने आपकी जांच कराई?
जवाब : मिल मालिक के पॉजिटिव पाए जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने किसी भी कर्मचारी से संपर्क नहीं किया। खुद जांच कराने के लिए पहुंचे तो अस्पताल से सबकुछ ठीक होने का दावा कर घर भेज दिया गया। सवाल : मिल बंद कराने के आदेशों के बाद भी क्या मिल बंद कराने कोई अधिकारी नहीं पहुंचा?
जवाब : सरकार के आदेशों के बाद भी मिल का संचालन 20 मार्च तक किया गया है। 20 मार्च की दोपहर 12 बजे अचानक से सभी कर्मचारियों की छुट्टी करते हुए घर भेज दिया गया। सवाल : आपको कैसे संदेह हुआ कि आप भी वायरस से संक्रमित हो सकती हैं?
जवाब : मिल मालिक के पॉजिटिव पाए जाने के बाद खुद ही जांच कराने के लिए पीजीआइ पहुंची थी। मायके में 20 मार्च को पहुंचने के बाद भी किसी अन्य लोगों से नहीं मिली। पीजीआइ में जांच कराने पहुंची तो चिकित्सकों ने भर्ती करते हुए सैंपल लिया।