12वीं पास से अंग्रेजी में इंटरव्यू, अभ्यर्थी बोले हमारे साथ हुआ मजाक
रोहतक महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) परिसर में आयोजित दो दिवसीय मेगा
जागरण संवाददाता, रोहतक : महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) परिसर में आयोजित दो दिवसीय मेगा जॉब फेयर में आठवीं से डिग्री धारक तक की पात्रता होने के बावजूद 12वीं पास तक के अभ्यर्थियों के इंटरव्यू नहीं हुए। कंपनियों ने कम से कम ग्रेजुएट अभ्यर्थियों के ही इंटरव्यू लिए। अभ्यर्थियों ने बताया कि कंपनियां कम पढ़ा-लिखा व ओवर ऐज कहकर रिजेक्ट कर रही हैं।
अभ्यर्थियों में इस बात को लेकर नाराजगी दिखी कि राज्यस्तरीय आयोजन में उनकी पात्रता के अनुसार जॉब इंटरव्यू की व्यवस्था ही नहीं थी। रोजगार पाने की उम्मीद लेकर पहुंचे हजारों युवा हताश और परेशान होकर वापस लौटने पर मजबूर हुए। वहीं, आयोजक का कहना है कि फेयर में कुल 75 कंपनियां पहुंचीं और 1234 अभ्यर्थियों को नौकरी दी गई। नहीं हुआ इंटरव्यू, एक दिन की मजदूरी भी चली गई
जॉब फेयर में आए अभ्यर्थी 30 वर्षीय राजकुमार ने बताया कि 12वीं पास के इंटरव्यू नहीं लिए जा रहे, जबकि वेबसाइट पर आठवीं से डिग्री तक की पात्रता दी गई थी। ऐसा पता होता कि यहां नौकरी नहीं मिलेगी तो आता ही नहीं। एक दिन की मजदूरी भी चली गई। जिन कंपनियों में इंटरव्यू हो भी रहा तो वहां अंग्रेजी में सवाल पूछे जा रहे हैं। जोकि हम जैसे अभ्यर्थियों के साथ मजाक है। उम्र अधिक बता किया रिजेक्ट
खरखौदा से आई अनिका ने बताया कि एमएड किया है। शिक्षिका की नौकरी के लिए आई थी, लेकिन यहां कंपनियां ही नहीं पहुंचीं। वहीं कई अभ्यर्थियों ने उम्र सीमा पर भी ऐतराज जताया। 35 वर्षीय राजेश ने बताया कि उसने अंग्रेजी में परास्नातक किया है। तीन अलग-अलग कंपनियों में इंटरव्यू दिए, लेकिन सभी ने ऑवर ऐज कहकर रिजेक्ट कर दिया। यहां बता दें कि दो दिवसीय मेगा जॉब फेयर के लिए उम्र की समय सीमा नहीं रखी गई थी। यह समस्या बहुत से अभ्यर्थियों की रही। दिव्यांग अभ्यर्थियों ने बताया कि उनके लिए बहुत सीमित अवसर मौजूद रहे। किसी भी कंपनी में जॉब नहीं मिली। दोपहर दो बजे के बाद नहीं हुए इंटरव्यू्, सिर्फ 35 कंपनियां ही पहुंचीं
जॉब फेयर में दूसरे दिन मंगलवार भी अव्यवस्थाओं का आलम रहा। ज्यादातर कंपनियां पहुंची ही नहीं। अभ्यर्थी कंपनियों के इंतजार में इंटरव्यू वेन्यू पर भटकते रहे। वहीं दोपहर दो बजे के बाद आई कंपनियों ने इंटरव्यू ही नहीं लिए। वहीं इसके उलट आयोजक का कहना है कि फेयर में कुल 110 कंपनियों ने अभ्यर्थियों को नौकरी दी। 1234 अभ्यर्थियों को नौकरी देने का दावा किया जा रहा है। पहले दिन 75 कंपनियों के हिस्सा लिया था। आयोजकों के इस अींकड़े को माना जाए तो दूसरे दिन सिर्फ 35 कंपनियां ही पहुंचीं। वहीं करीब 18000 अभ्यर्थियों के रजिस्ट्रेशन की बात कही गई है। इसमें 16000 ऑनलाइन और 2000 ऑन द स्पॉट रजिस्ट्रेशन हुए। आयोजकों के अनुसार 12617 अभ्यर्थियों ने इंटरव्यू दिए। इसमें 3528 शॉर्ट लिस्ट हुए। आयोजकों के आकड़ों के अनुसार पहले दिन 515 और दूसरे दिन 715 अभ्यर्थियों को नौकरी दी गई। स्वराज सदन में 12 कंपनियों को इंटरव्यू लेने थे, लेकिन सिर्फ तीन ही पहुंचीं। बाकी इंटरव्यू वेन्यू पर भी यही हाल रहा। मैं 12वीं पास हूं। सुबह दस बजे ही पहुंच गया था। कंपनियां अंग्रेजी में इंटरव्यू ले रही हैं। यहां कोई कंपनी नहीं आई जहां 12वीं पास की जरूरत हो। पहले दिन भी सुबह सवा नौ बजे से शाम पांच बजे तक रहा लेकिन जॉब नहीं मिली।
- बॉबी, इस्माइला अंग्रेजी में पीजी किया है। तीन-चार कंपनियों में इंटरव्यू दिया। आठ से दस हजार की जॉब ऑफर की जा रही है। अभ्यर्थियों के लिए सुविधा भी सही नहीं है। सिर्फ दिखावे के लिए जॉब फेयर का आयोजन हुआ है।
- राजेश, जींद बाईपास, रोहतक मैंने पीजी किया है। टीचिग की जॉब करना चाहता हूं। पैरों से दिव्यांग हूं। सोचा यहां अच्छी जॉब मिल जाएगी। शिक्षक की यहां जॉब ही नहीं है। इंश्योरेंश कंपनी में फिल्ड वर्क ऑफर किया जा रहा है। यहां की व्यवस्थाओं से खुश नहीं हूं।
- पवन कुमार, दिव्यांग अभ्यर्थी, दुबलधन माजरा मैं कल भी आया था। 12वीं पास हूं। पैरों से दिव्यांग हूं। दो बच्चे हैं। सोचा यहां रोजगार मिल जाएगा, लेकिन 12वीं पास के इंटरव्यू ही नहीं हो रहे। वेबसाइट पर तो आठवीं पास के लिए भी लिखा गया था। यहां आकर निराशा हुई।
- सोनू, दिव्यांग अभ्यर्थी, पाड़ा मोहल्ला, रोहतक