विदेश यात्रा में फंसे चिकित्सकों पर कार्रवाई करने से बच रहे अधिकारी
जागरण संवाददाता रोहतक फर्जीवाड़ा कर विदेश यात्रा का लुत्फ उठाने वाले चिकित्सकों के खि
जागरण संवाददाता, रोहतक : फर्जीवाड़ा कर विदेश यात्रा का लुत्फ उठाने वाले चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई करने से दो बड़े अधिकारी भी कतरा रहे हैं। स्थिति यह है कि सरकार को पूरा ब्योरा न देने के बाद जब उनके नाम उजागर हुए हैं तो अब अधिकारी कार्रवाई करने से खुद को बचाते दिख रहे हैं। हालांकि सरकार द्वारा अड़ंगा लगाए जाने के बाद अब पीजीआइ के अधिकारियों ने ब्योरा न देने वाले चिकित्सकों को दोबारा नोटिस जारी करने शुरू कर दिए हैं। जिससे फिर चिकित्सकों में हड़कंप की स्थिति है।
पीजीआइ के चिकित्सकों ने वर्ष 2012 से 2018 के दौरान सैकड़ों बार विदेश की यात्रा की थी। विदेश यात्रा के दौरान चिकित्सकों ने कई बार सरकारी खर्च पर तो कई बार निजी फार्मा कंपनियों से लिए गए खर्च पर विदेश यात्रा की थी। इसके अलावा कुछ चिकित्सकों पर सरकारी व निजी फार्मा कंपनियों से भी खर्च लेने का आरोप लगा था। शिकायत के बाद सरकार ने पीजीआइ प्रबंधन को आदेश देते हुए चिकित्सकों का ब्योरा पेश करने के आदेश दिए थे। जिसके बाद पीजीआइ के अधिकारियों ने करीब आठ बार नोटिस जारी किए थे, इसके बाद भी चिकित्सकों ने पूरा ब्योरा नहीं दिया था। अंत में अधिकारियों ने चिकित्सकों का आधा अधूरा ब्योरा सरकार को भेज दिया था। सरकार ने गत दिनों इस ब्योरा को अधूरा बताते हुए फाइलों को वापस कर दिया था और अधिकारियों से ब्योरा पूरा कराने के आदेश दिए थे। अब बताया जा रहा है कि अधिकारियों ने ब्योरा न देने वाले चिकित्सकों को फिर से नोटिस जारी करने शुरू कर दिए हैं। जिससे चिकित्सकों में हड़कंप मचा हुआ है। बताया जा रहा है कि 15 से अधिक चिकित्सक सरकार की कार्रवाई में फंस रहे हैं, लेकिन संस्थान के अधिकारी इनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए तैयार नहीं दिख रहे हैं। दावा है कि संस्थान के दो अधिकारी खानापूर्ति करते हुए पत्र तो जारी करते हैं, लेकिन कार्रवाई के नाम पर एक-दूसरे के लिए टरका देते हैं।