सप्ताह में दो दिन खुलता है क्लीनिक, राहत की बजाए घंटों लगना पड़ता है लाइन में
जागरण संवाददाता रोहतक वरिष्ठ नागरिकों की सहुलियत के लिए खोला गया जियाट्रिक क्लीनिक ब
जागरण संवाददाता, रोहतक : वरिष्ठ नागरिकों की सहुलियत के लिए खोला गया जियाट्रिक क्लीनिक बुजुर्ग मरीजों के लिए ही परेशानी का सबब बना हुआ है। स्थिति यह है कि क्लीनिक के केवल दो दिन लगने के चलते उपचार के लिए बुजुर्गो की लंबी लाइन लग रही है। जिससे बुजुर्ग मरीजों को उपचार के लिए घंटों तक लाइन में लगना पड़ रहा है। साथ ही क्लीनिक के लिए तत्कालीन एक सांसद द्वारा दी गई एंबुलेंस भी इन दिनों गायब है।
करीब तीन वर्ष पूर्व तत्कालीन पीजीआइ निदेशक ने वरिष्ठ नागरिकों की सहायता के लिए जियाट्रिक क्लीनिक शुरू करने के आदेश दिए थे। क्लीनिक का मुख्य उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों को आसानी से सेवा उपलब्ध कराना व घंटों तक लाइन में लगकर इंतजार करने से राहत दिलाना था। शुरुआत में कुछ दिनों तक क्लीनिक को नियमित रूप से संचालित किया गया, लेकिन अब स्थिति बिगड़ चुकी है। अब क्लीनिक को सप्ताह में केवल दो दिन मंगलवार व बृहस्पतिवार को संचालित किया जा रहा है। सप्ताह में केवल दो दिन क्लीनिक संचालित होने से अन्य दिनों में बुजुर्गों को सामान्य क्लीनिक में घंटों तक लाइन में लगकर इंतजार करना पड़ता है, जबकि इन दो दिनों में भी एक साथ बड़ी संख्या में बुजुर्गों के उपचार के लिए पहुंचने के चलते भी घंटों तक लाइन में लगकर इंतजार करना पड़ता है। परामर्श के बाद दवाई लेने के लिए भी काउंटर पर लंबी लाइन लग रही है। स्थिति यह है कि परेशान बुजुर्ग लाइन में लगने के बजाए साइड में आकर बैठ जाते हैं और अपना नंबर आने पर दवाई लेने पहुंच जाते हैं। नियमित चले क्लीनिक तो बुजुर्गो को मिलेगी राहत
बुजुर्गों की सहायता के लिए अलग से शुरू किए गए जियाट्रिक क्लीनिक का नियमित रूप से संचालन किया जाना चाहिए। नियमित क्लीनिक का संचालन शुरू होने से मरीजों का लाइन में लगने के झंझटों से मुक्ति मिलेगी साथ ही किसी भी विशेष दिन मरीजों की संख्या अधिक नहीं पहुंचेगी।