युवाओं में देश की दशा और दिशा बदलने की क्षमता
युवाओं में देश की दशा और दिशा बदलने की क्षमता है इसलिए राजनीतिक पार्टियां और प्रत्याशी अपने अपने स्तर पर युवाओं को अपनी ओर आकर्षित करने का प्रयास करते हैं। ऐसे में युवाओं को सचेत नागरिक की भूमिका निभानी होगी।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : युवाओं में देश की दशा और दिशा बदलने की क्षमता है इसलिए राजनीतिक पार्टियां और प्रत्याशी अपने अपने स्तर पर युवाओं को अपनी ओर आकर्षित करने का प्रयास करते हैं। ऐसे में युवाओं को सचेत नागरिक की भूमिका निभानी होगी। अहीर पीजी कॉलेज के निदेशक डॉ. इंद्रजीत सिंह ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए लोकतंत्र में उनकी भूमिका के बारे में जागरूक किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा का मतलब केवल किताबी ज्ञान अर्जित करना ही नहीं है बल्कि देश और समाज को सशक्त करते हुए उसका विकास करने में योगदान देना भी है। शिक्षा, संस्कार और जिम्मेदारियां ही किसी परिवार, समाज और देश की मजबूत धुरी होती है। हमें विशेषकर युवा शक्ति को इस जिम्मेदारी को बखूबी ढंग से निभाने के लिए कर्तव्यनिष्ठ बनने की जरूरत है। इस मौके पर राकेश, विकास, सुरेश कुमार, अंजलि, सुदेश कुमारी, विजय सहित अन्य विद्यार्थियों ने भी कहा कि मजबूत लोकतंत्र के लिए युवाओं को न केवल अपना मतदान करना चाहिए बल्कि ऐसे सांसद का चुनाव करना चाहिए जो युवाओं के हित की चिता करता हो। इनमें मुख्य रूप से शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार के प्रति चिता करने वाले प्रत्याशी का चुनाव करना चाहिए। इसमें शिक्षित, अनुभवी और आमजन विशेषकर युवाओं की समस्याओं को धरातल से समझने वाला होना चाहिए। इन युवाओं का कहना था कि वे पहली बार किसी लोकसभा चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इसके लिए वे उत्साहित हैं। छात्राओं का कहना था कि अब वह समय नहीं रहा कि महिलाओं को अपने परिजनों और किसी के दबाव में आकर उनकी इच्छा के विपरित किसी का चुनाव करते थे। आज की युवा जागरूक हो गई है। नारी शक्ति अपने विवेक का इस्तेमाल करते हुए सशक्त राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दे रही हैं। लोकसभा चुनाव में भी वे बढ़ चढ़कर मतदान करने के साथ दूसरों को भी मतदान के प्रति जागरूक करेंगी।
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