बदले मौसम से किसानों के माथे पर आया पसीना
मौसम में उतार-चढ़ाव के बीच किसानों ने फसल कटाई तेज कर दी है। हल्की बारिश व ओलावृष्टि से भी फसल में नुकसान हुआ है। बावल में सुबह साढ़े आठ बजे तक 1.4 मिलीमीटर बारिश हुई।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: मौसम में शुक्रवार को अचानक बदलाव आया। शुक्रवार अल सुबह जहां अंधड़ व बूंदाबांदी हुई वहीं देर शाम को हुई बारिश ने किसानों के माथे पर पसीना ला दिया। वहीं बावल के कई गांवों में तो हल्के ओले भी गिरे। मौसम में उतार-चढ़ाव के बीच किसानों ने फसल कटाई तेज कर दी है। हल्की बारिश व ओलावृष्टि से भी फसल में नुकसान हुआ है। बावल में सुबह साढ़े आठ बजे तक 1.4 मिलीमीटर बारिश हुई। इसके अलावा डहीना, धारूहेड़ा, कोसली आदि क्षेत्रों में भी हल्की बूंदाबांदी हुई।
मंडी में भीगी बोरियां :
मंडी में सरसों की बड़ी तादाद में आवक हो रही है। अभी तक 32 हजार कट्टे सरसों के मंडी में पहुंच चुके हैं। खुले बाजार में किसानों को सरसों का अच्छा भाव मिल रहा है इसलिए अभी सरकारी खरीद भी शुरू नहीं हुई है। शुक्रवार को अचानक मौसम में बदलाव आने से मंडी में खुले में रखी सरसों भीग गई। आढ़तियों व किसानों को अपनी सरसों दोबारा सुखानी पड़ेगी।
तापमान में भी आई कमी:
शुक्रवार को धूप छांव के चलते अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कमी आई। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 27.5 तो न्यूनतम 16.5 डिग्री सेल्सियस रहा। बावल क्षेत्र में 1.4 मिलीमीटर बारिश हुई। बृहस्पतिवार को अधिकतम तापमान 32.5 तो न्यूनतम 14.5 डिग्री सेल्सियस रहा जबकि बुधवार को अधिकतम 30 तो न्यूनतम 15.5 डिग्री सेल्सियस था। इस दौरान बावल में सर्वाधिक 22.5 मिलीमीटर बारिश भी हुई।
कृषि विशेषज्ञों ने मौसम में बदलाव की संभावना को देखते हुए अगले दो-तीन दिन विशेषकर गेहूं में सिचाई रोकने की सलाह दी है। हवा चलने की संभावना को देखते हुए पकने की अवस्था में अगेती सरसों की आगामी दो दिन कटाई न करें। यदि फसल काट ली है तो अच्छी प्रकार से बंडल बांध लें ताकि हवाएं चलने से उड़ न सके। हल्की बारिश व हवाएं चलने के चलते अभी फसलों में स्प्रे करने से बचना होगा।
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हर साल फसल पकाव के समय मौसम परेशान करता रहा है। इसी कारण हमने फसल पकते ही कटाई आरंभ कर दी। इस बार सरकारी समर्थन मूल्य से कहीं अधिक भाव में आढ़ती सरसों खरीद रहे हैं। मौसम में बदलाव को देखते हुए मंडी में सरसों बेचने के लिए लेकर आया हूं।
नरेंद्र, खलीलपुर
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मैं सुबह ही आठ सरसों लेकर मंडी में आया हूं। कल तक कई किसान 5,100 से 5,400 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से सरसों बेचकर गए थे। आज 4,800 रुपये में मेरी सरसों बिकी। नमी की मात्रा ज्यादा बताई जा रही है। यही स्थिति रही तो सरसों भीग जाती है तो नमी बढ़ने से किसानों को और परेशानी बढ़ेगी। अभी गेहूं की कटाई बाकी है। मौसम खराब होता है तो परेशानी बढ़ेगी।
-महीपाल, गंगायचा जाट