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खेड़ा आलमपुर में पहुंचा पानी, जलमग्न हुए खेत व गलियां

जाटूसाना खंड में हो रही भारी बारिश लोगों के लिए आफत बन चुकी है। गांव पाल्हावास के बाद अब गांव खेड़ा आलमपुर में बारिश का पानी पहुंच गया है। खेड़ा आलमपुर व बेचिराग गांव रसूलपुर की करीब 600 एकड़ जमीन पर पानी जमा हो गया है। खेतों से पानी गांव गलियों तक पहुंच गया तथा कई मकानों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। पानी की निकासी की मांग को लेकर ग्रामीणों ने मंगलवार को उपायुक्त व ¨सचाई विभाग के अधिकारियों से भी मुलाकात की। उपायुक्त द्वारा पानी निकासी के लिए प्रबंध करने का आश्वासन दिया है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 04 Sep 2018 06:24 PM (IST)Updated: Tue, 04 Sep 2018 06:24 PM (IST)
खेड़ा आलमपुर में पहुंचा पानी, जलमग्न हुए खेत व गलियां

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : जाटूसाना खंड में हो रही भारी बारिश लोगों के लिए आफत बन चुकी है। गांव पाल्हावास के बाद अब गांव खेड़ा आलमपुर में बारिश का पानी पहुंच गया है। खेड़ा आलमपुर व बेचिराग गांव रसूलपुर की करीब 600 एकड़ जमीन पर पानी जमा हो गया है। खेतों से पानी गांव की गलियों तक पहुंच गया और कई मकानों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। पानी की निकासी की मांग को लेकर ग्रामीणों ने मंगलवार को उपायुक्त व ¨सचाई विभाग के अधिकारियों से भी मुलाकात की।

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जाटूसाना खंड में कुछ दिन से भारी बारिश हो रही है। मंगलवार को भी क्षेत्र में भारी बारिश हुई। मंगलवार को बारिश का पानी गांव खेड़ा आलमपुर में पहुंच गया तथा खेतों में एकत्रित हो गया। गांव की करीब 600 एकड़ में खड़ी फसल भी पानी में डूब गई। खेतों से होते हुए पानी गांव तक पहुंच गया। गांव की बीपीएल कालोनी में पानी एकत्रित हो गया तथा कई घरों की दीवारें भी गिर गई। ग्रामीण दिन भर गलियों व घरों में जमा पानी निकालने के लिए मशक्कत करते रहे। ग्रामीणों ने जिला सचिवालय पहुंच कर उपायुक्त को ज्ञापन भी सौंपा तथा पानी निकासी की व्यवस्था करने की मांग की। नही है निकासी का रास्ता

ज्ञापन सौंपने पहुंचे सरपंच बिरेंद्र ¨सह, दिनेश कुमार, मुकेश, चांद ¨सह, सूरजभान, भागमल, विनोद कुमार, महाबीर, सूबे ¨सह, बानी ¨सह, महाबीर, बिजेंद्र ¨सह व अन्य ने बताया कि गांव के एक तरफ रेलवे लाइन व दूसरी ओर नहर बनी हुई है तथा आगे की ओर से राष्ट्रीय राजमार्ग गुजर रहा है। पंचायत द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को नाला बनाने के लिए लिख चुकी है, परंतु अब तक नाला बनाने की अनुमति नहीं दी गई है, इस कारण पानी की निकासी के लिए कोई रास्ता नहीं है। गांव में जमा हुआ पानी नुकसान पहुंचा रहा है। उपायुक्त ने पानी की निकासी के लिए प्रबंध करने का आश्वासन दिया है।

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पाल्हावास से भी नहीं हो पाई पानी की निकासी

गांव पाल्हावास में जमा पानी की मंगलवार को भी निकासी नहीं हो पाई। मंगलवार को फिर से बारिश होने के कारण और पानी जमा हो गया। मंगलवार को नहर विभाग के अधिकारी भी गांव में पहुंचे तथा पानी की निकासी करने के लिए जल्द ही काम शुरू करने का आश्वासन दिया। मंगलवार की देर शाम तक गांव में पानी निकासी का कार्य शुरू नहीं हो पाया था।

रविवार की रात को तेज बारिश आने व माइनर टूटने के कारण करीब 400 एकड़ में खड़ी फसल जलमग्न हो गई थी। गांव का जोहड़ भी ओवरफ्लो हो गया था।


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