हरजीपुर अंडरपास में भरा पानी, ग्रामीणों ने दी आंदोलन की चेतावनी
मानसून की पहली वर्षा ने ही प्रशासन के जलनिकासी व्यवस्था की पोल खोल कर दी है। जिले में वर्षा से शहर की सड़कें ही नहीं बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों व मुख्य मार्गों पर बने अंडरपास भी अछूते नहीं हैं।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: मानसून की पहली वर्षा ने ही प्रशासन के जलनिकासी व्यवस्था की पोल खोल कर दी है। जिले में वर्षा से शहर की सड़कें ही नहीं बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों व मुख्य मार्गों पर बने अंडरपास भी अछूते नहीं हैं। गांव हरजीपुर में रेलवे लाइन पर बना अंडरपास गत दिनों हुई वर्षा के पानी से लबालब भरा हुआ है, लेकिन संबंधित विभाग की तरफ से न तो अंडरपास में जमा पानी को निकलवाया गया है और न ही जलभराव की समस्या का अभी तक कोई स्थाई समाधान किया गया है। अंडरपास में जलभराव के कारण न केवल वाहन चालकों को परेशानी हो रही है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में बने अंडरपास में जलभराव के कारण ग्रामीणों को आवागमन में भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। वहीं सबसे हैरानी की बात तो यह है कि संबंधित विभाग के अधिकारियों को इसके बारे में जानकारी होने के पश्चात भी कोई सुनवाई नहीं की जा रही है। शनिवार को ग्रामीणों ने संबंधित विभाग के अधिकारियों के खिलाफ रोष जताते हुए जल्द अंडरपास के पानी की निकासी नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
गांव को शहर से जोड़ता है अंडरपास :
ग्रामीणों का कहना है कि गांव को रेवाड़ी शहर से जोड़ने वाला यह मुख्य मार्ग है। इस मार्ग पर रेलवे लाइन के नीचे अंडरपास बना हुआ है। गत दिनों हुई वर्षा के कारण अंडरपास में दो से तीन फीट तक पानी भर गया है। अंडरपास में पानी जमा होने के कारण ग्रामीणों को शहर आने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। अंडरपास से गुजरते समय कई लोगों को पानी की वजह से हादसों का शिकार होना पड़ रहा है। आम आदमी पार्टी सदस्य रेखा दहिया ने कहा कि जिला प्रशासन की लापरवाही की वजह से ग्रामीणों को शहर तक जोड़ने वाले इस मार्ग पर बना अंडरपास पानी में पूरी तरह डूब चुका है, जिसकी वजह से उन्हें गांव से शहर जाते हुए हादसों का शिकार होना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से अंडरपास में होने वाले जलभराव का स्थाई समाधान करने की मांग की है ताकि वर्षा के मौसम में होने वाली इस समस्या से ग्रामीणों को छुटकारा मिल सके।