बाजार में अतिक्रमण से निपटने के लिए खींची जाने लगी पीली पट्टी
शहर के बाजारों में अतिक्रमण से निपटने के लिए एक बार फिर से पीली पट्टी का फार्मूला अपनाया जा रहा है। बाजारों में पीली पट्टी खींचनी शुरू कर दी गई है। पीली पट्टी के लिए अलग-अलग मानक तय किए गए हैं।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: शहर के बाजारों में अतिक्रमण से निपटने के लिए एक बार फिर से पीली पट्टी का फार्मूला अपनाया जा रहा है। बाजारों में पीली पट्टी खींचनी शुरू कर दी गई है। पीली पट्टी के लिए अलग-अलग मानक तय किए गए हैं। पीली पट्टी से आगे अगर किसी दुकानदार ने अतिक्रमण किया तो उसका चालान किया जाएगा।
यहां बता दें कि इससे पूर्व भी अतिक्रमण पर काबू पाने के लिए तीन साल पूर्व पीली पट्टी लगाई गई थी, लेकिन अतिक्रमणकारियों के आगे उस समय व्यवस्था फेल हो गई थी।
2 से 3 फीट तक ही रख सकेंगे तख्त: शहर के बाजारों में अतिक्रमणकारियों ने पूरा कब्जा जमाया हुआ है। बाजार में दुकानदारों ने ही अपनी दुकानों के सामने अतिक्रमण कराने और मोटा किराया वसूलने की परिपाटी शुरू की हुई है। इन दुकानदारों की इस हरकत के कारण सड़क पर ही दस से बारह फीट तक अतिक्रमण रहता है, जिसके कारण बाजारों में जाम लगा रहता है। अतिक्रमणकारियों को काबू में करने के लिए नप की ओर से चालान काटना शुरू किया गया है तथा अब पीली पट्टी लगाने का काम शुरू किया गया है। पुरानी सब्जी मंडी से मोती चौक तक दुकानों के सामने दो फीट की जगह देकर पीली पट्टी खींची जा रही है। वहीं मोती चौक से पंजाबी मार्केट के मोड़ तक तीन फीट की जगह देकर पट्टी खींची जाएगी। दुकानदार अपना तख्त अब दो से तीन फीट आगे ही लगा सकेंगे तथा इससे आगे अतिक्रमण नहीं कर सकेंगे।
त्योहार के दौरान अतिक्रमण हटना जरूरी: त्योहार के चलते बाजारों में बड़ी तादाद में लोग खरीददारी के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसे में अतिक्रमण हटना बेहद जरूरी है क्योंकि इसके कारण ही जाम की समस्या पैदा होती है। अतिक्रमण अगर नहीं रहा तो बाजार बेहतर स्थिति में रहेगा।