बच्चे ने निगली जैकेट की जिप, सांसत में आई जान
छोटे बच्चों की शैतानियां कई बार उनके जीवन को खतरे में डाल देती है। महज 3 वर्षीय एक मासूम ने अपनी जैकेट की जिप को ही निगल लिया। जिप जाकर उसकी सांस और भोजन नली के बीच में फंस गई, जिससे बच्चे की जान सांसत में आ गई। हालांकि समय पर ऑपरेशन हो जाने से बच्चे की जान बच गई। चिकित्सकों का कहना है कि जरा सी लापरवाही बच्चों के जीवन पर भारी पड़ सकती है।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : छोटे बच्चों की शैतानियां कई बार उनके जीवन को खतरे में डाल देती है। 3 वर्षीय एक मासूम ने अपनी जैकेट की जिप को ही निगल लिया। जिप जाकर उसकी सांस और भोजन नली के बीच में फंस गई, जिससे बच्चे की जान सांसत में आ गई। हालांकि समय पर ऑपरेशन हो जाने से उसकी जान बच गई। चिकित्सकों का कहना है कि जरा सी लापरवाही बच्चों के जीवन पर भारी पड़ सकती है। एक्सरे में दिखाई दी जिप
सीमावर्ती जिला अलवर के गांव मुंडनवाड़ा निवासी संदीप कुमार का तीन वर्षीय बेटा नितिन बृहस्पतिवार को घर में खेल रहा था। अचानक ही नितिन के सीने में दर्द शुरू हो गया। उसने बोलना भी बंद कर दिया। नितिन की हालत को देखते हुए परिजन उसे पहले गांव के ही एक निजी क्लीनिक में लेकर गए लेकिन जब तबीयत बिगड़ने लगी तो रेवाड़ी स्थित अभिनव ईएनटी अस्पताल में लेकर आए। बच्चे की छाती का एक्स-रे किया गया तो सांस व भोजन नली के बीच जिप फंसी हुई नजर आयी। चिकित्सक ने तुरंत ही दूरबीन विधि से ऑपेरशन शुरू किया तथा जिप को निकाला। बच्चा फिलहाल खतरे से बाहर है।
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बच्चा फिलहाल खतरे से बाहर है। माता-पिता को बच्चों का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है। बच्चा मुंह में कोई ची•ा न ले इसका ध्यान रखे तथा अगर कोई चीज निगल ले तो बगैर देरी के चिकित्सक के पास लेकर पहुंचे। देरी करना जानलेवा हो सकता है।
-डा. अभिनव यादव, नाक-कान-गला रोग विशेषज्ञ