मनोचिकित्सीय परामर्श से विद्यार्थी हो रहे तनावमुक्त
मीरपुर स्थित इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय (आइजीयू) ने लॉकडाउन के दौरान मानसिक तनाव में रहने वाले विद्यार्थियों के लिए परामर्श सेवाएं आरंभ की है।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी:
मीरपुर स्थित इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय (आइजीयू) ने लॉकडाउन के दौरान मानसिक तनाव में रहने वाले विद्यार्थियों के लिए परामर्श सेवाएं आरंभ की है। इसका उद्देश्य विद्यार्थियों को तनावमुक्त रखने के साथ सकारात्मक सोच बनाए रखने के लिए प्रेरित करना है। इसके लिए विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर विवेचना के नाम से शुरू किए गए पोर्टल में विस्तृत जानकारी दी गई है।
विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग के शिक्षक विद्यार्थियों का मनोबल बढ़ाते हुए मार्गदर्शन करेंगे। इसमें सुबह 10 से 12 बजे तक डॉ.सतीश कुमार मोबाइल नंबर 7206728072 तथा डॉ.संदीप कुमार 9718399772 पर शाम चार से छह बजे तक उपलब्ध होंगे। विश्वविद्यालय के छात्र इस अवधि में फोन कर या ईमेल कर अपनी समस्याओं का समाधान ले सकते हैं। मनोविज्ञान विभाग के इंचार्ज डॉ.ईश्वर शर्मा ने कहा कि हमारा विश्वविद्यालय अपने विद्यार्थियों के हितों के प्रति हमेशा तत्पर है। विभाग की तरफ से इस दिशा में विश्वविद्यालय को पूरा सहयोग हमेशा मिलता रहेगा। वर्जन..
इस समय विद्यार्थियों की कार्य क्षमता को बनाए रखने के लिए उन्हें तनावमुक्त रखना बहुत जरूरी है। उनकी सुविधा के लिए कई ऑनलाइन कक्षाएं शुरू हैं। घर बैठे अध्ययन सामग्री भी दी जा रही है। इसके लिए विश्वविद्यालय की वेबसाइट आइजीयू.एसी.इन पर विस्तृत जानकारी ले सकते हैं। मानसिक स्वास्थ्य के लिए विश्वविद्यालय की ओर से की गई यह अनोखी पहल है। इसका विद्यार्थियों को आने वाले समय में जरूर लाभ मिलेगा।
--प्रो. एसके गक्खड़, कुलपति बॉक्स..
सभी पाठ्यक्रम डाले जाएं ऑनलाइन जासं, रेवाड़ी: कुछ विद्यार्थियों ने आइजीयू प्रशासन से सभी विषयों की पाठ्य सामग्री ऑनलाइन उपलब्ध कराने की मांग की है। इस संबंध में स्टूडेंट यूनिटी आर्गेनाइजेशन के विद्यार्थियों ने कुलपति प्रो. एसके गक्खड़ को ई मेल करते हुए वेबसाइट पर ई-स्टडी सामग्री व नोट्स उपलब्ध कराने की मांग की है। संगठन के हिमांशु सिराधना व विनय यादव ने संयुक्त रूप से बताया कि अभी तक सभी कोर्सेज का अधिकतम पाठ्यक्रम वेबसाइट पर उपलब्ध नही करवाया गया है। इससे विद्यार्थियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने सभी पाठ्यक्रम हिदी व अंग्रेजी दोनों भाषा में उपलब्ध करवाने की मांग की क्योंकि एक ही विषय के विद्यार्थी अंग्रेजी व हिदी माध्यम से पढ़ाई कर रहे हैं। स्थिति सामान्य होने पर जब फिर से विश्वद्यालय सुचारू तौर पर शुरू होगा तो पहले सभी छात्रों का कक्षाओं में पाठ्यक्रम पूरा करवाया जाए सिर्फ ऑनलाइन स्टडी का हवाला लेकर परीक्षायें नहीं करवाई जाए। इसके लिए परीक्षाओं की तारीखों को आगे बढ़ाया जा सकता है।