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स्वच्छता सर्वेक्षण: अच्छे अंकों के लिए झोंकी प्रशासन ने ताकत

इश्तहार, नुक्कड़ नाटक और हर घर तक स्वच्छता अपनाने का संदेश पहुंचाने की मुहिम। जिला प्रशासन व नगर परिषद के अधिकारी व कर्मचारियों ने स्वच्छता सर्वेक्षण में अच्छे अंक हासिल करने के लिए ऐडी से चोटी तक का दम लगा दिया है। ऐसा इसलिए क्योंकि देशभर के शहरों में स्वच्छता सर्वेक्षण करने वाली केंद्र सरकार की क्वालिटी काउंसिल आफ इंडिया की टीम ने 4 जनवरी से अपना काम शुरू कर दिया है। तैयारियां पिछले सालों से अलग है क्योंकि इस बार शहर को बड़ी छलांग लगाने की उम्मीद है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 04 Jan 2019 07:51 PM (IST)Updated: Fri, 04 Jan 2019 07:51 PM (IST)
स्वच्छता सर्वेक्षण: अच्छे अंकों के लिए झोंकी प्रशासन ने ताकत
स्वच्छता सर्वेक्षण: अच्छे अंकों के लिए झोंकी प्रशासन ने ताकत

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : इश्तहार, नुक्कड़ नाटक से हर घर तक स्वच्छता अपनाने का संदेश पहुंचाने की मुहिम। जिला प्रशासन व नगर परिषद के अधिकारी व कर्मचारियों ने स्वच्छता सर्वेक्षण में अच्छे अंक हासिल करने के लिए ऐडी से चोटी तक का दम लगा दिया है। ऐसा इसलिए, क्योंकि देशभर के शहरों में स्वच्छता सर्वेक्षण करने वाली केंद्र सरकार की क्वालिटी काउंसिल आफ इंडिया की टीम ने 4 जनवरी से अपना काम शुरू कर दिया है। तैयारियां पिछले सालों से अलग हैं, क्योंकि इस बार शहर को बड़ी छलांग लगाने की उम्मीद है। हर वार्ड में चार कूड़ेदान

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नगर परिषद के अंतर्गत शहर में 31 वार्ड आते हैं। कचरा बाहर न फैले इसके लिए नगर परिषद की ओर से पहले ही इंतजाम शुरू कर दिए गए थे। 200 बड़े व 140 छोटे कूड़ेदान मंगवाए गए थे। बड़े कूड़ेदानों को पहले ही शहर के प्रमुख मार्गों पर रखवा दिया गया था तथा अब छोटे कूड़ेदानों को भी गलियों व वार्डों में पहुंचाया जा रहा है। शहर के तमाम 31 वार्डों में से प्रत्येक में 4 कूड़ेदान रखवाए जा रहे हैं। सफाई कर्मचारियों के कंधे पर बड़ी जिम्मेदारी

शहर में 403 के लगभग सफाई कर्मचारी है। इनमें से 341 पक्के व 62 के लगभग कच्चे सफाई कर्मचारी कार्यरत है। स्वच्छता के मामले में शहर को नंबर बन बनाने का जिम्मा इन्हीं सफाई कर्मचारियों के कंधे पर है। उपायुक्त ने बेहतर कार्य करने वाले सफाई कर्मचारियों के लिए पुरस्कार की जो घोषणा की है उसके बाद परिणाम और भी बेहतर आए हैं। हर सफाईकर्मी पूरी ईमानदारी से अपनी ड्यूटी निभाता हुआ दिखाई पड़ रहा है। उपायुक्त का फार्मूला अगर काम कर गया तो निश्चित तौर पर इस बार सर्वेक्षण में बेहतर परिणाम सामने आ सकते हैं। नुक्कड़ नाटक से बता रहे स्वच्छता का महत्व

स्वच्छता की मुहिम को लेकर हर घर व हर व्यक्ति भी अपनी जिम्मेदारी समझे इसके लिए पहली बार आम आदमी तक पहुंचने का प्रयास किया गया है। गली, नुक्कड़ व चौराहों पर स्वच्छता का संदेश देते इश्तहार बांटे जा रहे है। इसके साथ ही शहर के बीएमजी मॉल में एक बड़ी स्क्रीन पर दिनभर स्वच्छता का संदेश दिया जा रहा है। वहीं शाकुंतलम संस्था के कलाकार स्वच्छता का संदेश नुक्कड़ नाटक के माध्यम से देने में जुटे हुए हैं। इनसेट:

कभी भी आ सकती है सर्वेक्षण टीम

हर अधिकारी और कर्मचारी की दिल की धड़कन इसलिए बढ़ी हुई है क्योंकि 31 दिसंबर तक क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया की टीम के सदस्य कभी भी रेवाड़ी आ सकते हैं। तय मापदंडों के आधार पर बारिकी से शहर की सफाई व्यवस्था का निरीक्षण होगा तथा लोगों से उनकी राय पूछी जाएगी जिसके पश्चात अंकों के आधार पर शहर को रैं¨कग मिलेगी।

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इनसेट:

लोगो जारी: शहर से पूछा क्या वह तैयार हैं

स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए केंद्र सरकार के शहरी विकास मंत्रालय की ओर से लोगो भी जारी किया है। इस लोगों में शहरवासियों व स्वच्छता मिशन से जुड़े अधिकारियों को प्रोत्साहित करते हुए पूछा गया है कि क्या वे अपने शहर को नंबर वन बनाने के लिए तैयार हैं। इस लोगो में महात्मा गांधी के चरखे व चश्मे के स्वच्छता प्रोत्साहित चिन्ह को भी प्रदर्शित किया गया है।

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स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए शहर पूरी तरह से तैयार है। हमने शहर का कोना-कोना साफ किया है तथा हर घर तक स्वच्छता की मुहिम को पहुंचाने का काम लगातार किया जा रहा है। निश्चित तौर पर शहर इस बार बेहतरीन रैं¨कग लेगा।

-अशोक कुमार शर्मा, उपायुक्त


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