सेना व पुलिस की टुकड़ी ने दी अंतिम विदाई
शहीद हरि ¨सह को सैन्य परंपरा के अनुसार अंतिम सलामी दी गई। सेना की
जागरण संवाददाता, बावल : शहीद हरि ¨सह को सैन्य परंपरा के अनुसार अंतिम सलामी दी गई। सेना की 83 आमर्ड रेजीमेंट-हिसार से आए दस जवानों ने शस्त्र उलटे करके देश के लिए कुर्बान हुए अपने साथी को अंतिम सलामी दी।
हरियाणा पुलिस की ओर से भी मातमी धुन के साथ सेना के साहसी जवान को सलामी दी गई।
डीजीपी श्रीकांत जाधव खुद पूरी टीम को मार्गदर्शन कर रहे थे। सेना की ओर से यहां पहुंचे एनएसजी कमांडो कर्नल सचिन ईमालकर व कर्नल चंदन बजाज, मेजर अजय कुमार, सूबेदार सुरेंद्र कुमार व नायब सूबेदार रणबीर ¨सह तथा अन्य जवानों ने भी अपनी टीम से विदा हुए साथी को श्रद्धासुमन अर्पित किया।
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मिल चुकी है पूर्व में बधाई कमांडिंग ऑफिसर कर्नल आरबी अलावेकर ने डबल एक्स के सभी रैंकों की तरफ से शहीद हरि ¨सह को 13 नवंबर 2018 को लांच किये गये ऑपरेशन में आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के दो आंतकवादियों को गिरफ्तार करने पर बधाई दी थी। उन्होंने बधाई के लिए भेजे अपने पत्र में कहा था कि हरि ¨सह की यह उपलब्धि असाधारण साहस और पेशेवर कौशल को प्रदर्शित करती है। इस उपलब्धि ने 20 ग्रेनेडियर्स परिवार के प्रत्येक सदस्य का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया। अंत्येष्टी स्थल पर इस पत्र की खूब चर्चा रही। जागरण ने मंगलवार के अंक में इस बारे में खबर भी प्रकाशित की हुई है।
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हरि ¨सह के खून में थी वीरता: मेजर अजय
सेना की ओर से शहीद के पार्थिव शरीर के साथ आए मेजर अजय कुमार ने जागरण से बातचीत में कहा कि हरि ¨सह की वीरता असंदिग्ध थी। यह उनके खून में थी। उन्होंने कहा कि आपरेशन की जानकारी अधिक विस्तार से दिया जाना संभव नहीं है, लेकिन मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि जो गोली खाकर शहीद हुआ है, उसकी वीरता की जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कमी है। हमारी सेना को ऐसे जवानों पर नाज है। उन्हीं की बदौलत देश सुरक्षित है।