आइजीयू में सीटें घटाने का चौतरफा विरोध
इंदिरा गांधी यूनिवर्सिटी मीरपुर में लैब व फैकल्टी की कमी के चलते सीटें घटाने का चौतरफा विरोध शुरू हो गया है। विद्यार्थियों ने सीटें घटाने को लेकर गहरा रोष जताया है वहीं विभिन्न संगठनों ने सीटें घटाने की बजाय विश्वविद्यालय का आधारभूत ढांचा सु²ढ़ करने की मांग उठाई है। बता दें कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने विज्ञान के चार विषयों में सीटों की संख्या साठ से घटाकर बीस कर दी है। वहीं लॉ विभाग की सीटें भी 1
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: इंदिरा गांधी यूनिवर्सिटी मीरपुर में लैब व फैकल्टी की कमी के चलते सीटें घटाने का चौतरफा विरोध शुरू हो गया है। विद्यार्थियों ने सीटें घटाने को लेकर गहरा रोष जताया है, वहीं विभिन्न संगठनों ने सीटें घटाने की बजाय विश्वविद्यालय का आधारभूत ढांचा सु²ढ़ करने की मांग उठाई है।
बता दें कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने विज्ञान के चार विषयों में सीटों की संख्या 60 से घटाकर 20 कर दी है। वहीं लॉ विभाग की सीटें भी 180 से घटाकर 60 की जा रही हैं। इसके लिए महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक को भी डिटेल भेज दी गई है। कारण यह है कि सेंट्रलाइज एडमिशन प्रक्रिया के तहत महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय द्वारा ही विज्ञान विषयों के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित की जानी है।
विश्वविद्यालय प्रशासन के इस फैसले के विरोध में सोमवार को रेवाड़ी विधायक रणधीर सिंह कापड़ीवास ने विश्वविद्यालय प्रशासन से मुलाकात की। विधायक ने सीटें घटाने की बजाय सुविधाएं बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सीटें घटाना स्थायी समाधान नहीं है। सरकार शिक्षा के सर्वांगीण विकास के लिए कृत संकल्प है, इसके लिए वे भी पूरे प्रयास करेंगे।
दूसरी ओर, सीटें घटाने के फैसले को लेकर इनसो ने कुलपति प्रो.एसके गक्खड़ को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में सीटें घटाने के फैसले को वापस लेने की मांग रखी। जिला प्रधान सत्येंद्र झाबुआ और यूनिवर्सिटी प्रधान रवि मसीत के नेतृत्व में वाइस चांसलर से मिले विद्यार्थियों ने कहा कि सीटें घटाने की बजाय आधारभूत ढांचे को मजबूत किया जाए। नई बिल्डिग बनाई जाए और उसके साथ ही जिन विभागों में प्रोफेसरों की कमी है उन्हें तुरंत प्रभाव से भरा जाए। छात्र नेताओं ने कहा कि दक्षिण हरियाणा कि एकमात्र पुरानी यूनिवर्सिटी के होने के बावजूद आइजीयू में कोई सुविधाएं नहीं है। यूनिवर्सिटी हमेशा सवालों के घेरे में रही है। पिछले 5 साल में यूनिवर्सिटी में विकास के नाम पर एक ईंट तक नहीं लगाई गई है।
इनसो नेताओं ने आंदोलन की भी चेतावनी दी है। इस अवसर पर इनसो जिला महासचिव युगलराव, नरेश यादव, पूजा यादव, अंकिता, मनीषा, प्रिया, अनिल, मनजीत राव रामपुरा, सचिन, अंकित शर्मा, रोहित, अमित, उत्सव शर्मा आदि मौजूद थे।