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हर समय समाज के अंतिम व्यक्ति की भलाई की ¨चता

बहाने कमजोर लोग बनाते हैं। जिन्हें समाज के लिए कुछ करना होता है उनका संकल्प मजबूत होता है। होता है। उच्च पद हासिल करके कुछ अधिकारी सिर्फ सरकारी गाइडलाइन में बंधकर रह जाते हैं जबकि कुछ प्रयोगधर्मी व नया करने की तमन्ना रखने वाले अधिकारी ऐसा काम कर देते हैं, जिन्हें वर्षों तक याद किया जाता है। यहां के उपायुक्त अशोक कुमार शर्मा ऐसे ही अधिकारी हैं जो हर समय समाज के अंतिम व्यक्ति की भलाई की ¨चता करते हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 23 Jan 2019 07:27 PM (IST)Updated: Wed, 23 Jan 2019 07:27 PM (IST)
हर समय समाज के अंतिम व्यक्ति की भलाई की ¨चता
हर समय समाज के अंतिम व्यक्ति की भलाई की ¨चता

महेश कुमार वैद्य, रेवाड़ी

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बहाने कमजोर लोग बनाते हैं। जिन्हें समाज के लिए कुछ करना होता है, उनका संकल्प मजबूत होता है। उच्च पद हासिल करके कुछ अधिकारी सिर्फ सरकारी गाइडलाइन में बंधकर रह जाते हैं, जबकि कुछ प्रयोगधर्मी व नया करने की तमन्ना रखने वाले अधिकारी ऐसा काम कर देते हैं, जिन्हें वर्षों तक याद किया जाता है। यहां के उपायुक्त अशोक कुमार शर्मा ऐसे ही अधिकारी हैं, जो हर समय समाज के अंतिम व्यक्ति की भलाई की ¨चता करते हैं।

सही मायने में ऐसे अधिकारी ही तंत्र के गण हैं, जिनके मन में गरीब की मदद की ¨चता रहती है। जून 2018 में उपायुक्त की जिम्मेदारी संभालने वाले शर्मा ने पदभार संभालने के बाद एक के बाद एक कई ऐसे प्रयोग किये जो उन्हें दूसरो से अलग करते हैं।

------- भूखा न रहे कोई

पिछले वर्ष अशोक कुमार शर्मा ने 'भूखा न रहे कोई' कार्यक्रम शुरू किया है। इस कार्यक्रम के तहत रेडक्रॉस सोसायटी उन लोगों को नि:शुल्क भोजन के लिए कूपन उपलब्ध करवाती है, जिनके पास रोटी का कोई सहारा नहीं है। ऐसे लोग चिह्नित किए गए किसी भी ढाबे पर जाकर खाना खा सकते हैं। उन्हें ढाबों पर पैसे नहीं देने पड़ेंगे, बल्कि कूपन देना होगा। इस कूपन का भुगतान रेडक्रॉस सोसायटी करेगी।

---- शुरू की 'रायल रेवाड़ी'

उपायुक्त ने जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए रायल रेवाड़ी संस्था की स्थापना की। सरकारी कर्मचारियों को आगे आने के लिए प्रेरित किया। इस संस्था के फंड से सड़क हादसे में घायल किसी गरीब की आकस्मिक मदद, गंभीर बीमार गरीब मरीज की आर्थिक मदद, बेसहारा गायों के लिए चारे का प्रबंध करने जैसे कई सेवा प्रकल्प हाथ में लिए गए हैं। शहर के सामाजिक कार्यकर्ताओं को इस संस्था से जोड़ा गया है और उनके सुझाव पर इसका संचालन किया जा रहा है।

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शुरू की को¨चग कक्षाएं

धर्म व जाति के भेदभाव के बिना अशोक कुमार शर्मा ने बाल भवन में को¨चग कक्षाएं शुरू की। रेवाड़ी व कोसली के बाल भवन में ऐसी कक्षाएं चल रही हैं। इन कक्षाओं में एसएससी से संबंधित प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाई जा रही है। निकट भविष्य में इसके सकारात्मक परिणाम मिलने की संभावना है। इस प्रयोग से उन निर्धन बच्चों को को¨चग का मौका मिला है, जिनके पास दूसरा विकल्प नहीं था।

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पर्यावरण बचाने के लिए बर्तन बैंक

उपायुक्त अशोक कुमार शर्मा ने मंदिरों में लगने वाले भंडारों व अन्य सेवा प्रकल्पों के समय पालीथिन का इस्तेमाल रोकने के लिए सराहनीय प्रयास किया है। इन्होंने भंडारों व अन्य धार्मिक कार्यक्रमों में प्लास्टिक व थर्मोकाल की प्लेट का उपयोग रोकने के लिए बर्तन बैंक शुरू किया है। बर्तन बैंक में 1000 थालियां के साथ पूरा सैट रखवाया गया है। भंडारा करने वाले श्रद्धालु रेडक्रॉस से कार्यक्रम के लिए इन बर्तनों की मांग कर सकते हैं।

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अन्य कई उल्लेखनीय कार्य

स्वच्छता अभियान यूं तो सभी जिलों में चल रहा है, लेकिन रेवाड़ी का स्वच्छता अभियान इस मामले में अनूठा है कि यहां उपायुक्त ने जनभागीदारी के बल पर बहुत कुछ किया है। राजेश पायलट चौक से लेकर बावल रोड तक शहर की विभिन्न संस्थाओं की मदद से स्वच्छता का अभियान शुरू किया। शहर से हजारों टन कचरा कई किलोमीटर दूर राम¨सहपुरा तक पहुंचाया गया। लोगों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए पार्को में ओपन जिम की शुरूआत की गई। ऐसे कई काम हैं, जो उन्हें दूसरे अधिकारियों से अलग करते हैं।


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