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सुरक्षित हैं जिले की सभी मस्जिदें

दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज में हुए आयोजन के बाद कोरोना संक्रमण की स्थिति काफी बिगड़ी हुई है। आयोजन में शामिल हुए जमातियों की खोजबीन के लिए देशभर में अलर्ट है। जमात में शामिल हुए लोगों को खोजकर उनकी जांच कराई जा रही है तथा उन्हें क्वारंटाइन भी किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 06 Apr 2020 05:52 PM (IST)Updated: Tue, 07 Apr 2020 06:20 AM (IST)
सुरक्षित हैं जिले की सभी मस्जिदें
सुरक्षित हैं जिले की सभी मस्जिदें

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज में हुए आयोजन के बाद कोरोना संक्रमण की स्थिति काफी बिगड़ी हुई है। आयोजन में शामिल हुए जमातियों की खोजबीन के लिए देशभर में अलर्ट है। जमात में शामिल हुए लोगों को खोजकर उनकी जांच कराई जा रही है तथा उन्हें क्वारंटाइन भी किया जा रहा है। ऐसे में कई तरह की अफवाहें भी खूब फैल रही हैं। तमाम बातों के बीच जिलावासियों के लिए बेहतर समाचार यह है कि यहां की सभी मस्जिदें पूरी तरह से सुरक्षित हैं तथा जमात में शामिल होकर आए किसी भी बाहरी व्यक्ति के यहां रहने की कोई सूचना नहीं है। पुलिस के साथ ही खुफिया विभाग भी इस बाबत सर्च ऑपरेशन चलाया जा चुका है। मस्जिदों में नहीं हो रही नमाज जिलेभर में ग्रामीण अंचल के साथ ही शहर में भी कई स्थानों पर मस्जिद बनी हुई हैं, जहां लोग नमाज पढ़ते हैं। हालांकि लॉकडाउन के बाद से ही मुस्लिम समाज के लोगों ने प्रशासन को पूरा सहयोग किया है तथा मस्जिदों में आने वाले लोगों को घर पर ही नमाज पढ़ने के लिए कहा गया है। मंदिरों की तरह ही शहर में बनी सभी मस्जिदें बंद हैं। शहर में मोहल्ला राजीव नगर, माता चौक, रावली हाट, पुरानी तहसील, गोल चक्कर, चौधरीवाड़ा, पंजाबी मार्केट, कानोड़ गेट व रेलवे कॉलोनी में मुस्लिम समाज की मस्जिदें है जिनके बाहर बकायदा सूचना भी चस्पा है। हालांकि तब्लीगी मरकज के बाद जिला पुलिस भी सक्रियता बरतने में किसी तरह की खामी नहीं छोड़ रही है। सभी मस्जिदों से संपर्क साधा जा चुका है तथा सर्चिंग भी हो चुकी है। वहीं, खुफिया विभाग द्वारा भी सोमवार को सभी मस्जिदों की जांच कर रिपोर्ट जुटाई गई कि कहीं जमात में शामिल हुआ कोई व्यक्ति यहां तो नहीं है। हालांकि तमाम जांच के बाद स्पष्ट हो गया है कि जिला की मस्जिदों में ऐसा कोई भी नहीं है, जो जमात में शामिल होने के बाद यहां आकर रह रहा हो।

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-- मस्जिदों में नहीं होगी शब-ए-बरात की इबादत मुस्लिम सभा की ओर से समाज के सभी लोगों से आग्रह किया गया है कि देशभर में लॉकडाउन के चलते 8 अप्रैल को शब-ए-बरात की इबादत मस्जिदों में नहीं होगी। मुस्लिम सभा के प्रधान मुबीन खान ने कहा कि समाज के लोग शब-ए-बरात की इबादत अपने घरों में ही रहकर करें। विशेष सावधानी बरतते हुए घर में भी एक जगह एकत्रित न हो तथा न ही अपनी छतों पर लोगों को एकत्रित करें। उन्होंने कहा कि समाज के सभी लोग सरकार के आदेशों की पालना करें तथा प्रशासन का सहयोग करें। शब-ए-बरात पर मुस्लिम समाज के लोग रातभर जागकर खुदा की इबादत करते हैं।

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जिला में सभी मस्जिदें बंद हैं तथा यहां पर जमात से आए किसी व्यक्ति के रहने की भी कोई सूचना नहीं है। मुस्लिम समाज के लोगों से पूरा सहयोग मिल रहा है। जिलावासियों से भी मेरी अपील है कि किसी भी तरह की अफवाह में फंसे तथा अपने घरों पर ही सुरक्षित तरीके से रहें। सोशल मीडिया पर भी कोई अफवाह न फैलाएं।

- हंसराज, डीएसपी हेडक्वार्टर

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मुस्लिम समाज के लोग सरकार व प्रशासन के हर आदेश की पालना कर रहे हैं। हमारी मस्जिदों में जमात में शामिल होकर आया कोई भी व्यक्ति नहीं रह रहा है। पुलिस द्वारा भी इसकी जांच की जा चुकी है। हम हर तरह से सरकार व प्रशासन को सहयोग देने के लिए तैयार हैं तथा सभी नियमों की पालना की जा रही है।

- मुबीन खान, प्रधान मुस्लिम सभा


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