नर्सरी में दाखिलों के लिए खिलाड़ियों को परिणाम का इंतजार
जिले में खेल नर्सरियों में दाखिलों के लिए ट्रायल दे चुके खिलाड़ियों को परिणाम घोषित होने का बेसब्री से इंतजार है। 29 जून को संपन्न हुए दस स्कूलों में विभिन्न खेलों के लिए सैकड़ों खिलाड़ियों ने ट्रायल दिए थे। इसमें श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले 25 खिलाड़ियों का विभिन्न खेल नर्सरियों में दाखिला दिया जाना है।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : जिले में खेल नर्सरियों में दाखिलों के लिए ट्रायल दे चुके खिलाड़ियों को अब परिणाम घोषित होने का इंतजार है। दस स्कूलों में विभिन्न खेलों के लिए सैकड़ों खिलाड़ियों ने ट्रायल दिए थे। इसमें श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले 25 खिलाड़ियों का विभिन्न खेल नर्सरियों में दाखिला दिया जाना है। जिले में लड़कों व लड़कियों की एथलेटिक्स, हैंडबॉल, वॉलीबॉल, कुश्ती, बॉक्सिंग की खेल नर्सरियां संचालित की जाएंगी।
लड़कों की हैंडबॉल नर्सरी सीआरएम स्कूल रोझूवास, वालीबॉल में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बेरलीखुर्द और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय धवाना, एथलेटिक्स के लिए राव खेमचंद विद्या विहार बोहतवास अहीर, बास्केटबॉल के लिए कैनाल वैली पब्लिक स्कूल बेरलीखुर्द, कुश्ती के लिए ह्यमुमनिटी हाई स्कूल बालावास भडंगी व बॉक्सिग के लिए एसएसआरबीआर सीनियर सेकेंडरी स्कूल बासदूधा में ट्रायल हुए थे। तीन खेलों के लिए दिया था लड़कियों ने ट्रायल:
लड़कियों के लिए सीआरएम स्कूल रोझूवास में एथलेटिक्स, राव मनिदर सिंह सीनियर सेकेंडरी स्कूल नांगल पठानी में हैंडबॉल और कुश्ती के लिए आयोजित ट्रायल में सैकड़ों की संख्या में खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था। खेल कोई भी हो स्पैट टेस्ट एक जैसे:
खेल नर्सरियों के लिए आवेदन करने वाले जिन स्कूलों ने प्रशिक्षकों की व्यवस्था की थी वहीं ट्रॉयल आयोजित हुए थे। इसके तहत सभी खेलों के लिए एक ही प्रकार के स्पैट (स्पोर्ट्स एंड फिजिकल एप्टीट्यूट टेस्ट) टेस्ट लिए गए थे। इनमें 30 मीटर फ्लाइंग स्टार्ट, एसबी जंप, मेडिसिन बॉल, 6 गुणा दस मीटर शटल रन, फॉरवर्ड बैंड एंड रीच, एसवी जंप और 800 मीटर दौड़ शामिल थे।
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स्पैट टेस्ट संपन्न होने के बाद प्रतिभागी खिलाड़ियों की रिपोर्ट उच्च विभाग को भेजी गई है। उच्च विभाग ने ही परिणाम घोषित करने के बाद संबंधित स्कूल मुखियाओं को जानकारी दी जाएगी। जिन स्कूलों ने प्रशिक्षकों की व्यवस्था की थी वहीं नर्सरियों के लिए ट्रायल आयोजित हुए थे। प्रशिक्षकों और खिलाड़ियों को खेल विभाग द्वारा भुगतान किया जाता है।
- परसराम, जिला खेल अधिकारी