लीड 2----परमिशन,सैनिटाइजिग के लिए दिनभर घनघनाता है विधायक जी का फोन
विधायक जी पत्नी लॉकडाउन से पहले ही मायके चली गई थी अब वहीं पर रूकी हुई है परमिशन दिलवा दो तो उसे घर ले आऊं।
अमित सैनी, रेवाड़ी:
विधायक जी, पत्नी लॉकडाउन से पहले ही मायके चली गई थी। अब वहीं पर रूकी हुई है। परमिशन दिलवा दो, तो उसे घर ले आऊं। मेरे मामा ससुर का देहांत हो गया है। जाना जरूरी है। अधिकारी को बोलकर पास दिलवा दीजिए। गांव में सैनिटाइजर का छिड़काव नहीं हो रहा है। सरपंच को बोलकर ये करा दीजिए। विधायक लक्ष्मण सिंह यादव के मोबाइल पर इन दिनों कुछ ऐसे ही फोन आ रहे हैं। दिनभर में कोसली विधानसभा क्षेत्र से 300 के लगभग फोन कॉल आ रहे हैं। जनता के फोन इतने आ रहे हैं कि कोसली विधायक पिछले एक सप्ताह से लगातार निरीक्षण पर निकले हुए हैं। निरीक्षण का असर ये हुआ है कि स्वास्थ्य केंद्रों में जो स्टॉफ लापरवाही बरत रहा था, वो भी अब ड्यूटी पर पूरी तरह से अलर्ट है।
लॉकडाउन की घोषणा के शुरुआती दो-तीन दिन तो विधायक लक्ष्मण यादव ने घर पर ही बिताए, लेकिन क्षेत्र की जनता के लगातार फोन घनघनाने लगे, तो बाहर निकलना ही पड़ा। स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर किसी भी तरह की खामियां न बरती जाएं, इसके चलते पिछले एक सप्ताह के दौरान विधायक लक्ष्मण सिंह यादव कोसली स्थित नागरिक अस्पताल व गुरावड़ा, नाहड़, डहीना, फतेहपुरी व बव्वा आदि स्वास्थ्य केंद्रों का भी निरीक्षण कर चुके हैं। इनके अतिरिक्त डहीना, जाटूसाना व कोसली में बने शेल्टर होम में पहुंचकर भी व्यवस्थाओं का भी उनके द्वारा जायजा लिया जा चुका है।
डहीना की सरपंच आशा देवी का कहना है कि विधायक गांव में आकर शेल्टर होम व स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण कर चुके हैं। यहां व्यवस्थाएं पूरी तरह से ठीक है। वहीं नाहड़ के सरपंच प्रदीप शेखावत ने बताया कि विधायक द्वारा रोजाना फीडबैक लिया जा रहा है तथा जो निर्देश मिलते हैं उनकी पालना भी की जा रही है। गांवों में लोगों को घरों में रोकना चुनौतीपूर्ण:
विधायक लक्ष्मण यादव का भी कहना है कि शहर में तो लोग खुद ही अपने घरों से बाहर नहीं निकलते, लेकिन गांवों में इसकी पालना कराना बेहद चुनौतीपूर्ण होता है। लोग गपशप करने व ताश खेलने के बहाने ही एकत्रित हो जाते हैं। ऐसी शिकायतें प्राय: उनके पास आती रहती है। विधायक यादव का कहना है कि वे ग्राम पंचायतों व गांवों के मौजिज लोगों की सहायता से इसी प्रयास में जुटा हैं कि लोग अपने घरों से बाहर न निकले। वर्जन..
मेरी विधानसभा में 137 गांव है। लगभग सभी गांवों में सैनिटाइजर का छिड़काव हो चुका है। रोजाना खुद फोन कर सरपंचों से फीडबैक ले रहा हूं। ज्यादातर गांवों में पहरा भी लगा है, ताकि कोई बाहरी व्यक्ति गांव में प्रवेश न करे। सामाजिक संस्थाओं के ऐसे प्रतिनिधि, जो दिनरात जरूरतमंदों तक भोजन पहुंचा रहे हैं, उनका विशेष साधुवाद मैंने कोसली क्षेत्र की जनता की तरफ से किया है। धर्माचार्यों से भी आग्रह किया है कि वे संकट के इस समय में लोगों को शारीरिक दूरी के बारे में जागरूक करें। घर में ही रहने का आग्रह करें।
-लक्ष्मण यादव, विधायक कोसली