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टेंडर छूटा, सड़कों से फिर हठाए जाएंगे बेसहारा पशु

शहर से बेसहारा पशुओं को पकड़ने के लिए एक बार फिर से टेंडर छोड़ दिया गया है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 28 Oct 2021 10:18 PM (IST)Updated: Thu, 28 Oct 2021 10:18 PM (IST)
टेंडर छूटा, सड़कों से फिर हठाए जाएंगे बेसहारा पशु
टेंडर छूटा, सड़कों से फिर हठाए जाएंगे बेसहारा पशु

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: शहर से बेसहारा पशुओं को पकड़ने के लिए एक बार फिर से टेंडर छोड़ दिया गया है। नगर परिषद की ओर से गुरुग्राम की एक फर्म को बेसहारा पशुओं को पकड़ने का ठेका दिया गया है, जिसने अपना काम भी शुरू कर दिया है। बृहस्पतिवार को शहर से आठ बेसहारा पशुओं को पकड़कर धारूहेड़ा स्थित गोशाला में भिजवाया गया है।

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बेसहारा पशुओं के कारण बिगड़ी है शहर की व्यवस्था: शहर में सैकड़ों की तादाद में बेसहारा पशु हैं, जिनके कारण हर स्तर पर व्यवस्था बिगड़ी हुई है। बड़ी तादाद में ऐसे भी गोवंश हैं जो पालतु हैं, लेकिन उनके मालिक दूध निकालने के पश्चात उनको सड़क पर ही छोड़ देते हैं। ये पशु सड़कों पर बैठकर यातायात को बाधित करते हैं तथा हादसों का भी कारण बनते हैं। बहुत से साड तो लोगों को निशाना बना चुके हैं तथा कई लोगों को मौत के घाट भी उतार चुके हैं। कहने को तो शहर वर्ष 2016 में ही कैटल फ्री घोषित कर दिया गया था, लेकिन बेसहारा पशुओं का जमावड़ा आज भी शहर में है। तीन साल पूर्व भी नगर परिषद की ओर से बेसहारा पशुओं को पकड़ने का टेंडर छोड़ा गया था, लेकिन ठेकेदार बीच में काम छोड़कर चला गया था। अब दोबारा से बेसहारा पशुओं के कारण परेशानी बढ़ी तो नए सिरे से टेंडर छोड़ा गया है।

2100 रुपये में पकड़ा जाएगा एक पशु: पिछली बार बेसहारा पशुओं को पकड़ने के लिए जो टेंडर छोड़ा गया था उसमें 1600 रुपये एक पशु को पकड़ने का दिया जाता था। इस बार नगर परिषद को टेंडर थोड़ा महंगा पड़ रहा है। इस बार जिस फर्म ने बेसहारा पशु पकड़ने का टेंडर लिया है वह 2100 रुपये में एक पशु को पकड़कर गोशाला में पहुंचाएगी।

धारूहेड़ा गोशाला में रहेंगे पशु: नगर परिषद की ओर से धारूहेड़ा में गोशाला बनाई गई है। पशुओं को पकड़कर उसी गोशाला में भेजा जा रहा है। बड़ी चुनौती उक्त गोशाला में बेसहारा पशुओं के लिए भोजन व पानी का प्रबंध करने की है। पिछली बार जब पशुओं को गोशाला में भेजा गया था तो वहा पर इंतजाम न के बराबर ही थे जिसके चलते बहुत से पशुओं की मौत भी हो गई थी। इस बार पुख्ता इंतजाम करना आवश्यक रहेगा।

पशु मालिकों पर भी कार्रवाई की तैयारी: नप की ओर से उन पशु मालिकों पर भी कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है जो अपने पशुओं को दूध निकालकर सड़क पर छोड़ देते हैं। एक बार जो दुधारू पशु पकड़ा गया उसको छोड़ा नहीं जाएगा तथा अगर कोई पशु मालिक आता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी।

बेसहारा पशु शहर की बहुत बड़ी समस्या बने हुए हैं। इनके कारण सड़कों पर जाम लगता है। हमने टेंडर छोड़ दिया है तथा संबंधित फर्म ने बेसहारा पशुओं को पकड़ने का काम शुरू भी कर दिया है। शीघ्र ही सड़कों पर घूमने वाले सभी बेसहारा पशु गोशाला में पहुंचाए जाएंगे।

-पूनम यादव, चेयरपर्सन नप


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