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3100 से ज्यादा न दिया जाए किन्नरों को शगुन

पंजाबी बिरादरी संगठन की ओर से लगातार समाज सुधार की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 29 Nov 2020 07:55 PM (IST)Updated: Sun, 29 Nov 2020 07:55 PM (IST)
3100 से ज्यादा न दिया जाए किन्नरों को शगुन
3100 से ज्यादा न दिया जाए किन्नरों को शगुन

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: पंजाबी बिरादरी संगठन की ओर से लगातार समाज सुधार की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं। वैवाहिक कार्यक्रम चल रहे हैं। ऐसे में बधाई लेने के लिए किन्नर भी लोगों के घर पहुंच रहे हैं। पंजाबी बिरादरी के प्रधान प्रेमनाथ गेरा की ओर से समाज के लोगों से अपील की गई है कि वे किन्नरों को 3100 रुपये से अधिक मान नहीं दें।

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अक्सर खड़ा होता है विवाद: शुभ कार्य में किन्नरों द्वारा शगुन लेने का चलन सालों से चला आ रहा है, लेकिन अब एक बड़ी समस्या यह आ रही है कि शगुन की राशि को लेकर किन्नर जिद पर अड़ जाते हैं। इतना ही नहीं शगुन के नाम पर हजारों रुपयों की डिमांड रखी जाती है। पंजाबी बिरादरी के प्रधान प्रेमनाथ गेरा ने बताया कि हर दिन ऐसी शिकायतें संगठन के पास आ रहीं थीं। इस समस्या के समाधान को लेकर ही संगठन के लोगों की बैठक हुई थी। उक्त बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि किन्नरों को शगुन राशि के तौर पर 3100 रुपये की राशि दी जाए। उन्होंने कहा कि 11000, 21000 रुपये की राशि देना गरीब परिवारों के लिए संभव नहीं है लेकिन उनपर भी दबाव बनाया जाता है। दिक्कत हो तो पहुंचेंगे संगठन के लोग: प्रधान प्रेमनाथ गेरा ने कहा कि संगठन के पदाधिकारी समाज के साथ खड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि अगर शगुन राशि को लेकर कोई भी विवाद होता है और कोई जिद पर अड़ता है तो समाज के लोग उनको अपने घर बुला सकते हैं। उन्होंने कहा कि वह मदद के लिए तैयार हैं तथा घर पहुंचकर विवाद का समाधान कराएंगे। प्रधान प्रेमनाथ गेरा ने कहा कि इस बाबत समाज के लेाग प्रशासनिक अधिकारियों को भी जानकारी दे चुके हैं।


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