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क्राइम फाइल, कृष्ण कुमार

नसीहत दे गया सड़क हादसा हादसा कभी भी कहीं भी और किसी के साथ भी हो सकता है। सात जु

By JagranEdited By: Published: Mon, 13 Jul 2020 02:38 PM (IST)Updated: Mon, 13 Jul 2020 02:38 PM (IST)
क्राइम फाइल, कृष्ण कुमार

नसीहत दे गया सड़क हादसा हादसा कभी भी, कहीं भी और किसी के साथ भी हो सकता है। सात जुलाई को मां ऊषा देवी व बेटे वंशु के साथ ट्रैक्टर में गेहूं लेकर जा रहे आदेश के साथ भी ऐसा ही हुआ, जब केमिकल से भरा ट्रक उसके ट्रैक्टर पर आ गिरा। हादसे में आदेश व उनकी मां तो बच गए, परंतु आठ वर्षीय बेटे को खो दिया। दिल्ली-जयपुर हाईवे पर हुए इस सड़क हादसे के दौरान पुलिस, प्रशासन व दमकल के कर्मचारियों की अकुशलता को पोल खोल दी। प्रशिक्षित स्टाफ मौके पर पहुंचता तो वंशु व मौत के मुंह में पहुंची गायों की भी जान बचाई जा सकती थी। हादसे के बाद मौके पर पहुंची पुलिस व दमकल कर्मियों को करीब डेढ़ घंटे तक यही समझ नहीं आया कि क्या किया जाए। आखिर में वही कर बैठे जो नहीं करना था। सड़क हादसा आपदा प्रबंधन दुरुस्त करने की नसीहत भी दे गया। -----------

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बेखौफ बदमाश, पस्त पुलिस जिले में बदमाश दिनदहाड़े गोलियां बरसा रहे है। गोलियों की धमक लोगों में खौफ पैदा कर रही है। जिस तरह से बदमाश बेखौफ होकर वारदातों को अंजाम दे रहे है, उससे पुलिस पर भी सवालिया निशान खड़ा हो रहा है। बिठवाना में शिफ्ट की गई सब्जी मंडी शुक्रवार की भोर गोलियों की धमक से गूंज उठी थी। इस वारदात ने आठ जून को गढ़ी बोलनी रोड पर मोड़ावाली के निकट दिनदहाड़े हुए दोहरे हत्याकांड को ताजा कर दिया। दोहरे हत्याकांड व बिठवाना सब्जी मंडी में हुई वारदात एक दूसरे से जुड़ी हुई मानी जा रही है। दोनों में शामिल मुख्य आरोपित पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। वारदातों के बाद पुलिस में हलचल तो हुई, परंतु सब्जी मंडी में हुई फायरिग का व्यापारियों व फड़ पर सब्जी बेच कर भरण-पोषण करने वालों के चेहरों पर साफ दिखाई दे रहा है, क्योंकि पुलिस बदमाशों के आगे पस्त नजर आ रही है। -------- चोर को मिला पुलिस की सुस्ती का फायदा नांगल मूंदी में कुछ दिन पूर्व एक रेस्टोरेंट में चोरी की वारदात हुई। चोरी वारदात करने वाला चोर वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया तथा उसका चेहरा भी साफ नजर आ गया। यही चेहरा इसी वर्ष जनवरी में नांगल मूंदी बस स्टाप स्थित एक परचून की दुकान में चोरी के बाद भी सीसीटीवी कैमरे में नजर आया था। जनवरी माह में परचून की दुकान में चोरी करने वाले ने ही सात माह बाद एक बार फिर उसी बस स्टाप पर दूसरी दुकान को अपना निशाना बना लिया। दुकानदारों ने पुलिस को पहले भी फुटेज उपलब्ध कराई थी तथा अब एक बार फिर चोरी की फुटेज दी गई है। यदि उस समय पुलिस ने एफआइआर दर्ज कर चोर को पकड़ने में गंभीरता दिखाई होती तो शायद दूसरी चोरी की वारदात होने से बच सकती थी। वारदात करने में इस चोर का पुलिस की सुस्ती का पूरा फायदा मिला है। --------------- फरार होने का जरिया बनी दो गज की दूरी कोविड-19 संक्रमण के दौरान योद्धा की भूमिका निभाने वाले पुलिस के जवान अभी तक इस महामारी से पूरी तरह सुरक्षित है। गिरफ्तार किए गए कई आरोपित अभी तक कोविड-19 पॉजिटिव आ चुके है, परंतु पुलिस के जवानों में उनसे यह संक्रमण नहीं फैल पाया। इसका एक कारण यह भी कि पुलिस के जवान कोरोना संक्रमण से बचने के लिए गाइडलाइन की पालना कर रहे है। गाइडलाइन की पालना ने पुलिस को संक्रमण से बचा लिया, परंतु नई मुसीबत भी पैदा कर दी है। कोविड टेस्ट रिपेार्ट आने तक जवानों द्वारा रखी जा रही दो गज की दूरी आरोपितों के लिए मौज साबित हो रही है। इसी का फायदा उठा कर अभी तक चार आरोपित पुलिस कस्टडी से रफूचक्कर हो चुके है। आ‌र्म्स एक्ट का एक आरोपित मई में अपने पिता के साथ नागरिक अस्पताल से तथा हत्या व लूट के दो आरोपित धामलावास सेंटर से फरार हो चुके है।


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