पौधों की जड़ में रखी मां की अस्थियां
गांव बूढ़पुर निवासी चार भाइयों ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कार्य करते हुए अपीन मां की मृत्यु पर उनकी अस्थियों को पौधों की जड़ में अपित्त किया।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : गांव बूढ़पुर निवासी चार भाइयों ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अनूठी पहल की है। उन्होंने अपनी मां की मृत्यु के पश्चात उनकी अस्थियों को गंगाजी में प्रवाहित करने की बजाय गड्ढा खोदकर उसे जमीन में दबा दिया तथा वहां पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
बूढ़पुर निवासी रामनिवास मिलिट्री इंजीनियरिग सर्विस में सिविल इंजीनियर हैं। उनके भाई सरदार सिंह हेडमास्टर तथा रोहताश सिंह जनस्वास्थ्य विभाग से सेवानिवृत हो चुके हैं। चौथे भाई जयपाल सिंह कपड़ा व्यापारी हैं। उन्होंने बताया कि मां की मृत्यु के बाद चारों भाइयों ने उनकी अस्थियों को गंगाजी में प्रवाहित करने की बजाय धरती में समाहित करने का फैसला लिया। डॉ. भीमराव आंबेडकर पर्यावरण संरक्षण समिति के सहयोग से उन्होंने पांच पौधे लगाकर उनकी जड़ों में मां की अस्थियों को समाहित कर दिया। उन्होंने कहा कि उनके परिवार की यह पहल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में नई पीढ़ी को एक संदेश देगी। उन्होंने कहा कि अस्थियों को जल में प्रवाहित करने से जल भी प्रदूषित होता है। पर्यावरण संरक्षण के लिए अधिक से अधिक पौधरोपण आवश्यक है। इस मौके पर पर्यावरण मित्र शकुंतला यादव, मातादीन, बीरबल, मंगल, प्रहलाद सिंह, शेरसिंह मौजूद रहे।