आज सुबह 6 बजे से चिकित्सकों की हड़ताल, इमरजेंसी सेवाएं भी रहेंगी ठप
कोलकाता में जूनियर डॉक्टरों के साथ हुई मारपीट की घटना को लेकर चिकित्सकों का विरोध तेज होता जा रहा है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के आह्वान पर सोमवार को जिलाभर के तमाम निजी अस्पताल पूरी तरह से बंद रहेंगे। सुबह 6 बजे से ही निजी अस्पतालों में हड़ताल शुरू हो जाएगी। चिकित्सक न ओपीडी देखेंगे और न ही इमरजेंसी सुविधा मौजूद रहेगी। ऐसे में गंभीर मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ सकती है। हड़ताल के दौरान चिकित्सक विरोध प्रदर्शन भी कर सकते हैं। हालांकि नागरिक अस्पताल सीएचसी व पीएचसी में स्वास्थ्य सेवाएं नियमित रहेंगी।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : कोलकाता में जूनियर डॉक्टरों के साथ हुई मारपीट की घटना को लेकर चिकित्सकों का विरोध तेज होता जा रहा है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के आह्वान पर सोमवार को जिलेभर के तमाम निजी अस्पताल पूरी तरह से बंद रहेंगे। सुबह 6 बजे से ही निजी अस्पतालों में हड़ताल शुरू हो जाएगी। चिकित्सक न ओपीडी देखेंगे और न ही इमरजेंसी सुविधा मौजूद रहेगी। ऐसे में गंभीर मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ सकती है। हड़ताल के दौरान चिकित्सक विरोध प्रदर्शन भी कर सकते हैं। हालांकि नागरिक अस्पताल, सीएचसी व पीएचसी में स्वास्थ्य सेवाएं नियमित रहेंगी। 14 जून को सौंपा था ज्ञापन
कोलकाता में दो चिकित्सकों पर मरीज के रिश्तेदारों ने हमला कर दिया था, जिसके चलते दोनों चिकित्सक गंभीर हालत में उपचाराधीन है। इस घटना के विरोध में चिकित्सक लगातार लामबंद हो रहे हैं। देशभर में इस हमले के विरोध में चिकित्सक अपना रोष जाहिर कर रहे हैं। 14 जून को आइएमए की स्थानीय इकाई की ओर से इस मामले में प्रदर्शन करते हुए उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा गया था। आइएमए के प्रधान डॉ. नरेंद्र सिंह यादव ने बताया कि चिकित्सकों के साथ मारपीट की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है। लोगों में चिकित्सकों के प्रति भ्रम फैलाया जा रहा है। इस स्थिति में सुधार होने की बजाय मामला लगातार बिगड़ता जा रहा है। कोलकाता में हुई घटना पर कार्रवाई करने की बजाय पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चिकित्सकों को ही डरा धमका रही है।
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नागरिक अस्पताल में मौजूद रहेंगे चिकित्सक
निजी अस्पतालों में हड़ताल के मद्देनजर नागरिक अस्पताल में विशेष प्रबंध किए गए हैं। 17 जून को सभी चिकित्सकों की छुट्टी रद कर दी गई है। उन्हें ओपीडी में अतिरिक्त समय बैठने के लिए कहा गया है, ताकि ज्यादा से ज्यादा मरीजों को देखा जा सके। इमरजेंसी सेवाओं का विशेष प्रबंध किया गया है, जिससे किसी की जान न जाए। नागरिक अस्पताल में भी चिकित्सक काले बैज लगाकर विरोध जता सकते हैं।
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इनसेट:
भिवाड़ी में भी रहेगी हड़ताल
मारपीट की घटना के विरोध में भिवाड़ी के चिकित्सक भी हड़ताल पर रहेंगे। इस दौरान ओपीडी पूरी तरह से बंद रहेगी। आइएमए भिवाड़ी के सचिव डॉ. जी. प्रवीण ने बताया कि पश्चिम बंगाल के एनआरएस अस्पताल में डॉ. परिबाहा मुखर्जी व डॉ. यश टेकवानी पर हुए हमले को छोटी घटना नहीं माना जा सकता। सरकार व प्रशासन को चिकित्सकों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने ही होंगे।
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जिले के सभी अस्पताल पूरी तरह से बंद रहेंगे। कोई ओपीडी नहीं होगी तथा इमरजेंसी पेशेंट भी नहीं देखे जाएंगे। जो पहले से भर्ती मरीज होंगे केवल उनको ही अस्पताल में उपचार मिलेगा। आइएमए से जुड़े सभी चिकित्सक बैठक करके आगामी रणनीति भी बनाएंगे। चिकित्सकों पर हमले अब और अधिक बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। हमारी मांग है कि चिकित्सकों को कार्यस्थल पर ही सुरक्षा मुहैया कराई जाए तथा चिकित्सकों पर हमला करने वालों के खिलाफ कठोर कानून बनाए जाएं।
-डॉ. नरेंद्र सिंह यादव, प्रधान आइएमए।
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निदेशक कार्यालय से चिट्ठी आ गई है। नागरिक अस्पताल के सभी चिकित्सक ड्यूटी पर रहेंगे। निश्चित तौर पर निजी अस्पतालों में हड़ताल रहने से नागरिक अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ेगी लेकिन हमने ओपीडी में अधिक चिकित्सकों की ड्यूटी लगा दी है तथा ओपीडी का समय भी अधिक रहेगा। इमरजेंसी सेवाएं भी मुहैया कराई जाएगी। मरीजों को घबराने की कोई जरूरत नहीं है।
-डॉ. कृष्ण कुमार, सिविल सर्जन।