एक दिन की चमक के बाद पुराने हाल पर लौटा शहर
चौड़ी सड़कें, साफ सुथरा शहर और व्यवस्थित ट्रैफिक व्यवस्था। यह नजारा शुक्रवार का था, जब मुख्यमंत्री मनोहर लाल रोड-शो के लिए रेवाड़ी पहुंचे थे। महज एक दिन बाद शनिवार को सबकुछ बदल गया। सड़कों पर अतिक्रमण था, ऑटो बेलगाम होकर जहां मन आया वहीं जाम लगा रहे थे और सफाई व्यवस्था भी चरमरा रही थी। महज एक दिन की चमक के बाद शनिवार को शहर फिर से अपने पुराने हाल पर लौट आया था। एक बात तो साफ थी कि न यहां के लोग चाहते हैं हमारा शहर साफ सुथरा और अतिक्रमण मुक्त रहे और न ही बिना दबाव के सरकारी विभाग शहर की व्यवस्था को बनाए रखने में गंभीरता दिखाते हैं।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : चौड़ी सड़कें, साफ सुथरा शहर और व्यवस्थित ट्रैफिक व्यवस्था। यह नजारा शुक्रवार का था, जब मुख्यमंत्री मनोहर लाल रोड-शो के लिए रेवाड़ी पहुंचे थे। महज एक दिन बाद शनिवार को सबकुछ बदल गया। सड़कों पर अतिक्रमण था, ऑटो बेलगाम होकर जहां मन आया, वहीं जाम लगा रहे थे और सफाई व्यवस्था भी चरमरा रही थी। महज एक दिन की चमक के बाद शनिवार को शहर फिर से अपने पुराने हाल पर लौट आया था। एक बात तो साफ थी कि न यहां के लोग चाहते हैं, हमारा शहर साफ सुथरा और अतिक्रमण मुक्त रहे और न ही बिना दबाव के सरकारी विभाग शहर की व्यवस्था को बनाए रखने में गंभीरता दिखाते हैं। अतिक्रमण का रहा बोलबाला
मुख्यमंत्री के रोड-शो को देखते हुए प्रशासन व नगर परिषद के अधिकारियों ने शहर को व्यवस्थित बनाने में जी-जान एक कर दिया था। बाजारों से अतिक्रमण पूरी तरह से साफ था तथा ट्रैफिक व्यवस्था पर भी नकेल कसी गई थी। शहर का चप्पा-चप्पा साफ सुथरा था। हर कोई शहर की बदली सूरत को देखकर हैरान था। मुख्यमंत्री के रोड-शो के दौरान अतिक्रमण नहीं होने के कारण सैकड़ों लोग व गाड़ियां बगैर जाम के बाजारों से निकल गई थी, लेकिन शनिवार को नजारा फिर से बदल गया। बाजारों में दुकानदारों ने फिर से अतिक्रमण कर लिया। आठ से दस फीट तक सड़कों पर सामान लगा था। बीच सड़क रेहड़ियों पर सामान बेचा जा रहा था। पैदल चलना तक मुश्किल था। सरकुलर रोड से लेकर बाजारों तक को चमकाने वाले सफाईकर्मी भी पुराने रूटीन पर लौट चुके थे जिससे कचरे के ढेर भी नजर आने लगे।
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शहर को साफ सुथरा बनाने व अतिक्रमण मुक्त करने की दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। जो कुछ भी खामियां अब नजर आ रही है उन सभी को दूर किया जाएगा।
-अजय सिक्का, एमई नगर परिषद।