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Rewari Weather News: गर्मी ने तोड़े रिकॉर्ड, जानलेवा लू से बचाव के लिए करें ये काम

अभी भीषण गर्मी से लोगों को राहत नहीं मिलती दिख रही है। पिछले एक सप्ताह से तापमान में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है जिसके चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो रहा है।

By Mangal YadavEdited By: Published: Tue, 26 May 2020 05:00 PM (IST)Updated: Tue, 26 May 2020 05:00 PM (IST)
Rewari Weather News: गर्मी ने तोड़े रिकॉर्ड, जानलेवा लू से बचाव के लिए करें ये काम

रेवाड़ी, अमित सैनी। नौतपा शुरू होने के दूसरे दिन मंगलवार को भी भीषण गर्मी से रेवाड़ी की धरा खूब तपी। मंगलवार को अधिकतम तापमान 46 डिग्री पर पहुंच गया जो कि इस मौसम का अब तक का सर्वाधिक अधिकतम तापमान है, वहीं न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रहा। सोमवार को अधिकतम तापमान 45 व न्यूनतम तापमान 25.6 डिग्री सेल्सियस था।

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अभी भीषण गर्मी से लोगों को राहत नहीं मिलती दिख रही है। पिछले एक सप्ताह से तापमान में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है, जिसके चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो रहा है। अत्याधिक गर्मी तथा गर्म हवाएं चलने के कारण दोपहर 12 बजे से ही सड़कों पर सन्नाटा पसरने लगा है। बेहद कम संख्या में ही लोग बाजारों में पहुंच रहे हैं।

सोमवार को अधिकतम तापमान 45 तथा न्यूनतम तापमान 25.6 डिग्री रहा। रविवार के मुकाबले अधिकतम तापमान स्थिर रहा, वहीं न्यूनतम तापमान में 1.9 डिग्री की गिरावट हुई। रविवार को अधिकतम तापमान 45 तथा न्यूनतम तापमान 27.5 डिग्री था। मौसम विभाग के अनुसार अगले दो-तीन दिनों में तापमान और बढ़ सकता है।

लॉकडाउन के चलते नहीं लगी छबील

हर वर्ष समाजसेवियों की ओर से अप्रैल से ही छबील लगानी शुरू कर दी जाती है। वहीं वाटर कूलर भी चालू कर दिए जाते हैं, लेकिन इस बार लॉकडाउन के चलते एकाध जगहों पर ही मटके रखे गए हैं। छबील तो एक भी संस्था द्वारा नहीं लगाई गई है। लोग भी कोरोना संक्रमण के चलते बाहर पानी पीने से कतरा रहे हैं। छबील लगाने वाली संस्थाओं का कहना है कि लॉकडाउन खुलने के बाद ही इस बाबत व्यवस्था की जाएगी।

हीट स्ट्रोक से बचाव आवश्यक

लगातार भीषण गर्मी पड़ रही है और चिकित्सकों की सलाह है कि ऐसे मौसम में दिन के समय घर से बाहर निकलना खतरनाक हो सकता है। हीट स्ट्रोक का खतरा इस मौसम में सर्वाधिक है। चिकित्सकों के अनुसार अधिक गर्मी में निकलने से शरीर के तापमान को नियंत्रित करने वाला तंत्र फेल हो जाता है तथा पसीना निकलने की प्रक्रिया प्रभावित हो जाती है। इससे शरीर को ठंडा रखने के लिए जरूरी पसीना नहीं निकल पाता है और शरीर का तापमान बढ़ जाता है। शरीर का तापमान ज्यादा बढ़ने से मस्तिष्क आघात हो सकता है। धूप में आधा घंटा रहने से ही ग्लूकोज की मात्रा घट जाती है।

क्या कहते हैं डॉक्टर

डॉ. विराट वीर यादव का कहना है कि हीट स्ट्रोक जानलेवा भी हो सकता है। इसके मरीज बेहोश हो जाते हैं। अगर किसी व्यक्ति में हीट स्ट्रोक के लक्षण दिखें तो उसे तुरंत नजदीक अस्पताल में ले जाएं। हीट स्ट्रोक से बचने के लिए धूप में निकलने से परहेज करें तथा ज्यादा मात्रा में पानी पीएं। हीट स्ट्रोक से बचाव के लिए शुगर का कम इस्तेमाल करें। बाहर निकलते समय छाते, टोपी या कपड़े से सिर को ढकें। कैफीन और शराब का सेवन न करें यह घातक हो सकता है। रंगीन कपड़ों से परहेज करते हुए हल्के रंग के कपड़े पहनें। नींबू, आंवला व पोदिना का सेवन करना उचित रहेगा। ज्यादा ठंडा पानी न पिएं क्योंकि इससे गला खराब हो सकता है तथा खांसी जुकाम की भी दिक्कत आ सकती है। आइसक्रीम भी न खाएं तो ही बेहतर है।


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