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करनाल से हुआ पेपर लीक, रेवाड़ी पुलिस ने दबोचा गिरोह

प्रदेश में रविवार को हुआ नायब तहसीलदार का पेपर करनाल के एसएस इंटरनेशनल स्कूूल से लीक हो गया। स्कूल के ही एक कर्मचारी की मिलीभगत से पेपर लीक हुआ। इस मामले में रेवाड़ी पुलिस व एसटीएफ गुरुग्राम ने तत्परता दिखाते हुए 9 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पांच आरोपित जहां रेवाड़ी पकड़े गए है वहीं तीन आरोपित गुरुग्राम से व एक आरोपित करनाल से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस की तत्परता से आरोपितों को आंसर की परीक्षार्थियों तक पहुंचाने से पहले ही पकड़ लिया गया। इसमें रेवाड़ी पुलिस व साइबर सैल की विशेष भूमिका रही। पकड़े गए आरोपितों से देर रात तक पुलिस पूछताछ में जुटी हुई थी। गिरोह में शामिल अन्य लोगों तक की गर्दन तक भी पुलिस के हाथ जल्द ही पहुंचेंगे।

By JagranEdited By: Published: Sun, 26 May 2019 10:05 PM (IST)Updated: Tue, 28 May 2019 06:33 AM (IST)
करनाल से हुआ पेपर लीक, रेवाड़ी पुलिस ने दबोचा गिरोह

-रेवाड़ी, गुरुग्राम व करनाल से 9 आरोपितों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

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-जैन स्कूल व माउंट लिट्रा स्कूल में बनाए गए परीक्षा केंद्र पर दी दबिश

-आंसर की पहुंचाने से पहले ही पुलिस ने सभी को दबोचा जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : प्रदेश में रविवार को हुआ नायब तहसीलदार का पेपर करनाल के एसएस इंटरनेशनल स्कूूल से लीक हो गया। स्कूल के ही एक कर्मचारी की मिलीभगत से पेपर लीक हुआ। इस मामले में रेवाड़ी पुलिस व एसटीएफ गुरुग्राम ने तत्परता दिखाते हुए 9 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पांच आरोपित जहां रेवाड़ी में पकड़े गए है, वहीं तीन आरोपित गुरुग्राम से व एक आरोपित करनाल से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस की तत्परता से आरोपितों को आंसर की परीक्षार्थियों तक पहुंचाने से पहले ही पकड़ लिया गया। इसमें रेवाड़ी पुलिस व साइबर सैल की विशेष भूमिका रही। पकड़े गए आरोपितों से देर रात तक पुलिस पूछताछ में जुटी हुई थी।

रविवार को प्रदेशभर में नायब तहसीलदार के पद के लिए लिखित परीक्षा थी। रेवाड़ी में भी 33 सेंटरों पर 4600 से अधिक युवाओं ने परीक्षा दी। परीक्षा सुबह 10 बजे शुरू हुई। पुलिस अधीक्षक राहुल शर्मा खुद लगातार परीक्षा केंद्रों का दौरा कर रहे थे। इसी दौरान पुलिस को सूचना मिली कि एक गिरोह पेपर लीक करके आंसर की परीक्षार्थियों तक पहुंचाने का प्रयास कर रहा है। पुलिस अधीक्षक राहुल शर्मा ने तुरंत ही इंस्पेक्टर आनंद व साइबर सैल इंचार्ज बलवंत सिंह की देखरेख में टीम का गठन किया। इस टीम ने पता लगाना शुरू किया कि गिरोह के कौन-कौन लोग सक्रिय है। पुलिस टीम को जानकारी मिली कि हिसार के गांव बांस निवासी दिनेश व उसका भाई मनोज जो अलग-अलग परीक्षा केंद्र में परीक्षा दे रहे हैं, उनके पास सोल्व करके आंसर की पहुंचाई जानी है। इनकी मदद के लिए गिरोह के सदस्य परीक्षा केंद्रों के बाहर मौजूद है। दिनेश नामक युवक जैन कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में परीक्षा दे रहा था तथा उसका भाई मनोज माउंट लिट्रा जी स्कूल में परीक्षा दे रहा था। टीम को जानकारी मिली कि गुरुग्राम में बैठा पंकज नामक युवक पूरे गिरोह को संचालित कर रहा है। इसके बाबत गुरुग्राम एसटीएफ के इंस्पेक्टर सोनू मलिक व इंस्पेक्टर संजीव को भी जानकारी दी गई। रेवाड़ी पुलिस ने जैन कन्या स्कूल के बाहर से सबसे पहले अखिल नाम के युवक को पकड़ लिया। अखिल ने बताया कि गुरुग्राम से पंकज ने उसके पास आंसर की भेजी है, उसे यह आंसर की अंदर परीक्षा दे रहे दिनेश व उसके भाई मनोज के पास पहुंचानी थी। पुलिस ने जैन स्कूल में परीक्षा दे रहे दिनेश को गिरफ्तार कर लिया। स्कूल के कर्मचारी भी शामिल

पकड़े गए अखिल ने पुलिस को बताया कि माउंट लिट्रा स्कूल में परीक्षा दे रहे मनोज के पास आंसर की पहुंचाने की जिम्मेदारी इसी स्कूल में कार्यरत क्लर्क जसबीर व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी कुलदीप को सौंपी गई है। इसके साथ ही मनोज का साला दीपक परीक्षा केंद्र के बाहर मौजूद है। इस मामले में तुरंत ही पुलिस की एक टीम को माउंट लिट्रा स्कूल भेजा गया तथा वहां से मनोज के साले दीपक तथा स्कूल कर्मचारी जसबीर व कुलदीप को पकड़ लिया गया। पुलिस को देख कर मनोज फरार हो गया। आरोपितों ने स्वीकार कर लिया कि उनका पूरा गैंग पेपर लीक करने से जुड़ा है जिसमें कई लोग शामिल है। उधर एसटीएफ गुड़गांव ने भी रेवाड़ी पुलिस से मिली जानकारी के आधार पर सरगना पंकज सहित तीन आरोपितों को पकड़ा है।

नायब तहसीलदार का पेपर करनाल के एसएस इंटरनेशनल स्कूल से लीक हुआ था। पंकज ने सोल्व किया तथा अखिल के पास परीक्षार्थियों तक पहुंचाने के लिए आंसर की भेजी गई। करनाल में पेपर लीक करने के मामले में एसएस इंटरनेशनल स्कूल का कर्मचारी राजकुमार शामिल था जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक राहुल शर्मा ने बताया कि पकड़े गए आरोपितों से लगातार पूछताछ चल रही है। एक भी आरोपित को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस टीम शीघ्र ही पूरे गिरोह का खुलासा करेगी। इस मामले की जांच के लिए एसआइटी गठित की जाएगी। गिरफ्तार आरोपितों को सोमवार को अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा। रिमांड के दौरान गहनता से पूछताछ करके गिरोह के अन्य आरोपितों को काबू किया जाएगा।


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