Move to Jagran APP

सब इंस्पेक्टर ने गोली लगने के बाद भी नहीं छोड़ा बदमाश

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: क्राइम इंवेस्टिगेशन एजेंसी (सीआइए) धारूहेड़ा इंचार्ज एसआइ रणबीर ¨सह ने बृहस्पतिवार की रात गोली लगने के बाद भी बहादुरी दिखाते हुए बदमाश नरेश को दबोच लिया था। नरेश ने बच कर भागन के लिए सीआइए टीम के अन्य जवानों पर भी फाय¨रग की, परंतु वे बाल-बाल बच गए। भाग रहे बदमाश की रात को मौके पर मौजूद लोगों ने पकड़ कर जम कर धुनाई कर डाली। शुक्रवार को नागरिक अस्पताल में एसआइ के शव का पोस्टमार्टम कराया गया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 16 Nov 2018 06:59 PM (IST)Updated: Fri, 16 Nov 2018 08:16 PM (IST)
सब इंस्पेक्टर ने गोली लगने के बाद भी नहीं छोड़ा बदमाश
सब इंस्पेक्टर ने गोली लगने के बाद भी नहीं छोड़ा बदमाश

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: जान देकर भी जिसने अपना फर्ज निभाया, ऐसे बहादुर थे सब इंस्पेक्टर रणबीर ¨सह। क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (सीआइए) धारूहेड़ा इंचार्ज एसआइ रणबीर ¨सह ने बृहस्पतिवार की रात गोली लगने के बाद भी बहादुरी दिखाते हुए बदमाश नरेश को दबोचे रखा। रणबीर जब तक निढाल नहीं हो गए तब तक बदमाश पर से उनकी पकड़ कमजोर नहीं हुई।

loksabha election banner

पुलिस टीम पर किए थे कई फायर

30 अक्टूबर की रात अपने ही गांव निवासी ढाबा संचालक की गोली मारकर हत्या करने के बाद फरार चल रहे खरखड़ा निवासी बदमाश नरेश के बारे में बृहस्पतिवार रात सीआइए धारूहेड़ा इंचार्ज एसआइ रणबीर ¨सह को अलवर बाईपास के निकट नरेश के मौजूद होने की सूचना मिली थी। एसआइ रणबीर ¨सह, सिपाही विकास, सिपाही महेंद्र ¨सह तथा एएसआइ प्रीतम, एसआइ अब्दुल रज्जाक व सिपाही नसीब ¨सह की दो टीमें नरेश को गिरफ्तार करने के लिए अलवर बाईपास के निकट पहुंची। रात करीब साढ़े नौ बजे पुलिस टीम को नरेश पैदल आता हुआ दिखाई दिया। एसआइ रणबीर ¨सह ने नरेश को पकड़ना चाहा, परंतु उसने पिस्तौल निकाल कर सीधे उन पर फायर कर दिया। पेट व छाती के बीच गोली लगने से रणबीर ¨सह घायल हो गए, परंतु उन्होंने भागने का प्रयास कर रहे नरेश को दबोच लिया। सब इंस्पेक्टर ने नरेश को तब तक पकड़े रखा जब तक वे बेसुध नहीं हो गए। इस बीच मौके पर जुटी भीड़ ने नरेश को दबोच लिया और जमकर पीटा। बदमाश नरेश ने इस दौरान दहशत फैलाने के लिए तीन और फायर किए। लोगों की पिटाई से नरेश भी घायल हो गया। पुलिस के जवानों ने नरेश को लोगों के चुंगल से छुड़ाया। साथी जवानों ने एसआइ रणबीर ¨सह को अस्पताल पहुंचाया, परंतु तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। पुलिस ने नरेश से एक देसी पिस्तौल, एक देसी कट्टा व 23 कारतूस भी बरामद किए हैं। धारूहेड़ा थाना पुलिस ने एएसआइ प्रीतम की शिकायत पर नरेश के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, सरकारी कार्य में बाधा डालने व आ‌र्म्स एक्ट सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने नरेश को पांच दिन के रिमांड पर लिया है।

परिजनों को हर संभव मदद का आश्वासन

एसआइ की गोली लगने से मौत की सूचना के बाद रात को ही एसपी राहुल शर्मा, डीएसपी सतपाल यादव व अन्य पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। शुक्रवार सुबह पोस्टमार्टम के दौरान भी पुलिस अधीक्षक, डीएसपी व सभी थानों के एसएचओ सहित अन्य अधिकारी नागरिक अस्पताल में मौजूद रहे। उन्होंने रणबीर ¨सह के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।

---------------

आठ साल पहले भी दबोचा था नरेश को

खरखड़ा निवासी नरेश पर उसके ही गांव के ढाबा संचालक रामबीर की हत्या व वर्ष 2002 में धारूहेड़ा में एक व्यापारी का अपहरण कर फिरौती मांगने व हत्या करने का मामला दर्ज है। इस मामले में नरेश जेल भी गया था। वर्ष 2007 में उसने दिल्ली में लूट की। मुखर्जी नगर थाने में लूट और राजौरी गार्डन थाना में चोरी का मामला दर्ज है। 18 जुलाई 2010 को उसने घर में घुस कर अपने ही ताऊ पर गोली चलाई थी। इस मामले में रणबीर सिंह ने ही उसे गिरफ्तार किया था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.