वैवाहिक बंधन में बंधे 700 से अधिक जोड़े
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जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : देवउठनी एकादशी के साथ ही वैवाहिक कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है। पावन पर्व पर जिलेभर में सैकड़ों की तादाद में जोड़े वैवाहिक बंधन में बंधे। एसडीएम कार्यालय की ओर से ही 700 के लगभग शादियों के लिए अनुमति दी गई थी, जबकि बिना अनुमति के भी बहुत सी शादियां हुई हैं। अबूझ सावे पर इतने अधिक वैवाहिक समारोह सालों बाद हुए हैं। वहीं, शादी समारोह में मेहमानों की संख्या को लेकर प्रदेश सरकार की ओर से जो गाइडलाइन जारी की गई है, उसका पालन जिले में शुरू हो गया है। अब समारोह स्थलों व इंडोर हाल में शादी करने वाले लोग अधिकतम 50 मेहमान ही बुला सकेंगे। वहीं खुले मैदान में शादी करने वालों के लिए पूर्व की भांति 100 मेहमानों की ही संख्या तय है। उदाहरण के तौर पर गांवों में शादी करने वाले लोग जो समारोह स्थलों की बजाय खेत आदि में ही टेंट लगाकर कार्यक्रम कर रहे हैं, वह 100 मेहमान तक बुला सकते हैं। अब जो अनुमति दी जा रही है, उन पर ये आदेश लागू किए गए हैं। सड़कों पर रहा जाम, जगमगाए समारोह स्थल देवउठनी एकादशी पर जिलेभर में 700 से अधिक शादियां हुई। हर समारोह स्थल बुक था। इसके अतिरिक्त टेंट हाउस वालों को भी फुर्सत नहीं थी। शादियां इतनी अधिक थी कि बैंड बाजे वालों के पास भी दो से तीन बुकिग थी तथा उन्होंने घंटों के हिसाब से बुकिग की हुई थी। सुबह से ही फूल विक्रेताओं के यहां गाड़ियों की सजावट हो रही थी। शाम होते-होते सड़कों पर जाम की स्थिति बन गई। हालांकि सुबह से ही शहर की सड़कों पर वाहनों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस की तैनाती की गई थी लेकिन शादियों में जाने वाले लोगों की भीड़ इतनी अधिक थी कि सरकुलर रोड पर तो कई बार जाम की स्थिति बनी। दिल्ली रोड, गढ़ी बोलनी रोड, कोनसीवास रोड व कालका रोड पर भी वाहनों के कारण जाम लगा रहा। इन मार्गों पर बड़ी तादाद में समारोह स्थल हैं। समारोह स्थल रोशनी से जगमगा रहे थे। मेहमानों की संख्या जांचने के लिए पहुंची टीमें शादियों में तय मापदंड के अनुसार ही मेहमान मौजूद रहें, इसकी जांच को लेकर जिला प्रशासन की ओर से टीमें बनाई गई हैं। इन टीमों ने भी आयोजित कार्यक्रमों में पहुंचकर न सिर्फ स्थिति का जायजा लिया बल्कि आयोजकों को निर्देश भी दिए कि वह अधिक लोगों को एकत्रित न होने दें। समारोह स्थल संचालकों को भी आवश्यक निर्देशों से अवगत कराया गया।