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कार्यक्रम में भारत-पाक युद्ध की यादें ताजा की

भारत पाकिस्तन की 1971 के युद्ध की बरसी के उपलक्ष्य में 56 माउंटेन रेजिमेंट के पूर्व अधिकारी और जवानों की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 11 Dec 2019 05:28 PM (IST)Updated: Wed, 11 Dec 2019 05:28 PM (IST)
कार्यक्रम में भारत-पाक युद्ध की यादें ताजा की
कार्यक्रम में भारत-पाक युद्ध की यादें ताजा की

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: भारत पाकिस्तान की 1971 के युद्ध की बरसी के उपलक्ष्य में 56 माउंटेन रेजिमेट (जित्रा) के पूर्व अधिकारी और जवानों की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया गया। नाइवाली चौक के समीप स्थित सेंडपाइपर टूरिस्ट कांप्लेक्स में आयोजित कार्यक्रम में 56 माउंटेन रेजिमेंट (जित्रा) के ऑपरेटिग अफसर रहे कर्नल पीपी भगत मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे।

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वक्ताओं ने कहा कि वर्ष में एक बार कार्यक्रम आयोजित करने का उद्देश्य एक दूसरे से मुलाकात कर अपने अनुभव साझा करने का है। साथ ही युवाओं को यह संदेश दे सकें कि नौकरी से भले हम सेवानिवृत्त हो गए हो लेकिन देश के प्रति जज्बा आज भी बरकरार है। कार्यक्रम के संयोजक सूबेदार धर्मसिंह, ऑनरेरी कैप्टन रणबीर सिंह ने अतिथियों का स्वागत करते हुए रेजिमेंट से जुड़े इतिहास पर प्रकाश डाला।

इसके अलावा रेजिमेंट से जुड़े विभिन्न स्थानों के कमांडिग अफसर, भारतीय सेना के अधिकारी और वैटरन अधिकारी उपस्थित थे। सभी ने अपने कार्यकाल के दौरान अनुभव साझा किए। 10 और 11 दिसंबर 1971 की रात भारत की पाकिस्तान के साथ हुए युद्ध की दास्तान सुनाते हुए पूर्व सैनिकों का कहना था इनमें से यहां उपस्थित अधिकांश जवान युद्ध के प्रतिभागी के साथ प्रत्यक्षदर्शी भी हैं। अपने अदम्य साहस का परिचय देते हुए पाकिस्तान की सेना को आत्मसमर्पण के लिए मजबूर कर दिया था। कर्नल पीपी भगत की अगुवाई में रेजिमेंट की टुकड़ी ने चारों ओर से गोलाबारी और फायरिग करते हुए सुबह होने से पहले पाकिस्तान के कमांडिग अफसर लेफ्टिनेंट कर्नल सुलतान अहमद को भारतीय सेना के समक्ष घुटने पर मजबूर कर दिया था। इसके बाद 16 दिसंबर को बांगलादेश बना था। कार्यक्रम में रेवाड़ी के साथ फरीदाबाद, गुरुग्राम, महेंद्रगढ़, झज्जर के साथ बिहार के भागलपुर से कर्नल एचपी यादव, दक्षिण भारत से ऑनरेरी कैप्टन राजागोपालन, सूबेदार मेजर एस पलानी आदि ने अपने विचार रखते हुए अपने कार्यकाल के दौरान भारत पाकिस्तान के साथ हुए युद्ध के अनुभव साझा किए। इसके अलावा कार्यक्रम में दिल्ली मुख्यालय से नायब सूबेदार राजीव, नायब सूबेदार सुनील, सूबेदार महेंद्र, सूबेदार सतीश आदि उपहार के रूप में रेजिमेंट का प्रतीक चिह्न लेकर पहुंचे थे जो वहां उपस्थित पूर्व अधिकारियों व पूर्व जवानों को भेंट की गई। कार्यक्रम को कर्नल पीपी भगत के साथ मेजर एचपी यादव, कनऊल एमपी सिंह, कर्नल एसके डोगरा, कर्नल देशबीर सिंह, मेजर बीएस यादव, कर्नल सीके शारवान आदि ने भी संबोधित किया।


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