एनसीवीटी से दिलाएंगे सभी आइटीआइ को मान्यता
ज्ञान प्रसाद, रेवाड़ी: प्रदेश के तमाम औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के लिए एससीवीटी (स्टेट कां
ज्ञान प्रसाद, रेवाड़ी:
प्रदेश के तमाम औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के लिए एससीवीटी (स्टेट कांउसिल फॉर वोकेशनल ट्रे¨नग) के बजाय अब एनसीवीटी (नेशनल कांउसिल फॉर वोकेशनल ट्रे¨नग) की मान्यता ली जाएगी। राष्ट्रीय स्तरीय मान्यता मिलने से प्रदेश की आइटीआइ में प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद यहां का युवा देश की किसी भी कंपनी में रोजगार के लिए आवेदन कर सकेंगे। यह बात कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग के निदेशक अशोक कुमार मीणा ने दैनिक जागरण से बातचीत के दौरान कही। वे बृहस्पतिवार को राजकीय बाल आइटीआइ में राज्यस्तरीय रोजगार मेले में आए हुए थे। उन्होंने कहा कि अभी एससीवीटी प्रमाण प्राप्त युवा केवल अपने राज्य की ही कंपनियों में रोजगार के लिए आवेदन करने के लिए मान्य होते हैं।
जॉब सीकर्स व एम्प्लायर्स के बीच होगा तालमेल:
उन्होंने बताया कि अभी युवाओं को विभिन्न कंपनियों में रोजगार के लिए भटकना पड़ता है। विभाग ऐसी व्यवस्था कर रहा है कि नौकरी खोजने वाला और मालिक के बीच ऐसा तालमेल बने कि युवाओं की खोज कंपनियां करें। इसके लिए युवाओं को आइटीआइ ही नहीं स्कूलों और कॉलेजों में भी रोजगारपरक प्रशिक्षण दिलाए जाएंगे।
डेढ़ साल में दो लाख युवाओं को मुहैया कराएंगे रोजगार:
अशोक कुमार मीणा ने कहा कि सरकार का लक्ष्य अगले डेढ़ साल में दो लाख युवाओं को रोजगार दिलाना है। इसके तहत फरवरी माह के अंत तक 15 हजार युवाओं को सरकारी और निजी संस्थानों में रोजगार दिए जाएंगे।
नवीन तकनीकों से लैस होंगी मशीन:
उन्होंने कहा कि समय की मांग के अनुरूप आइटीआइ में नवीन तकनीकों से युक्त मशीन लगाई जाएंगी ताकि युवाओं को आधुनिक तकनीक का लाभ मिल सके। मशीनीकरण के इस युग में युवाओं को पाठ्यक्रम के साथ तकनीकों में भी अपडेट कराने के लिए काम किया जाएगा। नए शैक्षणिक सत्र में युवाओं को आइटीआइ में बहुत कुछ बदलाव देखने को मिलेगा। स्टाफ की कमी को लेकर उन्होंने कहा कि इसके लिए गंभीरता के साथ प्रयास किए जा रहे हैं।