धर्म व बंटवारे की राजनीति को सबक सिखाएगा राजस्थान
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र ¨सह हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस जहां किसान और कमजोर वर्ग की बात कर रही है वहीं भाजपा धर्म और बंटवारे की राजनीति कर रही है। इस बार राजस्थान धर्म और बंटवारे की सोच को सबक सिखाएगा तथा कांग्रेस भारी बहुमत से सरकार बनाएगी।
महेश कुमार वैद्य, झुंझुनू
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र ¨सह हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस जहां किसान और कमजोर वर्ग की बात कर रही है वहीं भाजपा धर्म और बंटवारे की राजनीति कर रही है। इस बार राजस्थान धर्म और बंटवारे की सोच को सबक सिखाएगा तथा कांग्रेस भारी बहुमत से सरकार बनाएगी।
राजस्थान का चुनावी दौरा शुरू करने से पहले हुड्डा बृहस्पतिवार को झुंझुनू जिले के बख्तावरपुरा में अपने रिश्तेदारों के यहां पहुंचे। यहां दैनिक जागरण से बातचीत में उन्होंने कहा कि किसानों ने भाजपा के वादे देख लिए हैं। जातियों में विभाजित होकर वोट करने की बजाय किसान इस बार कांग्रेस के साथ खड़ा हो गया है।
उन्होंने राजस्थान में धमाकेदार जीत का दावा करते हुए कहा कि इसकी वजह भाजपा की झूठ की राजनीति बनेगी। यह प्रचारित किया जाता है कि मोदी का विकल्प कौन, लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि यह देश का अपमान है। विकल्प हमेशा अपने आप पैदा होते हैं। क्या सवा सौ करोड़ के देश में केवल मोदी ही सक्षम हैं? ऐसा कहना उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा कमजोर, दलित, शोषित व वंचित वर्ग की ¨चता की है, जबकि भाजपा ने इन वर्गों को बरगलाने का काम किया है। कांग्रेस के कार्यकाल में दलितों पर अत्याचार बढ़ने के प्रधानमंत्री के आरोपों पर हुड्डा ने कहा कि तथ्यविहीन बातें करके समाज को तोड़ना नहीं चाहिए। असलियत यह है कि कांग्रेस की जोड़ने की राजनीति रही है जबकि भाजपा की तोड़ने की। कहीं धर्म का सहारा लिया जाता है कहीं जातिवाद का, लेकिन देश अब सब कुछ समझ चुका है।
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नगर निगम चुनाव व कर्ज माफी पर ये बोले हुड्डा
हुड्डा ने हरियाणा के नगर निगम चुनाव ¨सबल पर न लड़ने व किसानों की कर्जमाफी पर भी अपना नजरिया स्पष्ट किया।उन्होंने कहा कि यह फैसला पार्टी का है। किसी की व्यक्तिगत राय अलग हो सकती है, लेकिन जब पार्टी सामूहिक फैसला लेती है तब व्यक्ति की राय का कोई महत्व नहीं होता। उन्होंने इसे हुड्डा की जीत व अशोक तंवर एवं कुमारी शैलजा की हार मानने से इंकार किया। उन्होंने कहा कि इस तरह की बातें कभी उनके दिमाग में नहीं रही। शैलजा तो दिल्ली बैठक में खुद इस निर्णय के समर्थन में थी। हम सभी के लिए पार्टी ही सर्वोच्च होती है और पार्टी के निर्णय शिरोधार्य करने होते हैं।
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के चुनाव घोषणा पत्र में किए गए किसानों की कर्ज माफी के वादे के बाद क्या हरियाणा कांग्रेस के घोषणा पत्र में भी ऐसे वादे शामिल होंगे। इस सवाल पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस का दृष्टिकोण पहले ही स्पष्ट है। राहुल गांधी ने उनकी अध्यक्षता में जिस कृषि संबंधी कमेटी का गठन किया था वह पहले ही कर्ज माफी की सिफारिश कर चुकी है।