सीजन में दूसरी बार पारा 47 के पार
जिले में सोमवार को आसमान से फिर आग बरसी। गर्म हवाओं ने आमजन को हलकान कर दिया। अधिकतम तापमान दस दिन में ही दूसरी बार 47 डिग्री सेल्सियस को छू गया। सोमवार को न्यूनतम तापमान भी इस मौसम का रिकॉर्ड 33 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। इससे पहले रविवार को अधिकतम तापमान 46 डिग्री व न्यूनतम तापमान 30 डिग्री रहा। हालांकि दो दिन पहले पारा कम होने पर आमजन को गर्मी से राहत की उम्मीद जगी थी लेकिन शनिवार से सूरज ने फिर आग बरसना शुरू कर दिया। शनिवार को अधिकतम तापमान 45 डिग्री था जो रविवार को एक डिग्री बढ़कर 46 पर पहुंच गया। इसमें सोमवार को फिर एक डिग्री की बढ़ोतरी हुई। खास बात यह कि सोमवार को न्यूनतम तापमान भी 33 डिग्री पर पहुंच गया। यह इस सीजन का रिकॉर्ड तापमान है।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: जिले में सोमवार को आसमान से फिर आग बरसी। गर्म हवाओं ने आमजन को हलकान कर दिया। अधिकतम तापमान दस दिन में ही दूसरी बार 47 डिग्री सेल्सियस को छू गया। सोमवार को न्यूनतम तापमान भी इस मौसम का रिकॉर्ड 33 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। इससे पहले रविवार को अधिकतम तापमान 46 डिग्री व न्यूनतम तापमान 30 डिग्री रहा।
हालांकि दो दिन पहले पारा कम होने पर आमजन को गर्मी से राहत की उम्मीद जगी थी, लेकिन शनिवार से सूरज ने फिर आग बरसना शुरू कर दिया। शनिवार को अधिकतम तापमान 45 डिग्री था जो रविवार को एक डिग्री बढ़कर 46 पर पहुंच गया। इसमें सोमवार को फिर एक डिग्री की बढ़ोतरी हुई।
खास बात यह कि सोमवार को न्यूनतम तापमान भी 33 डिग्री पर पहुंच गया। यह इस सीजन का रिकॉर्ड तापमान है। इससे पहले न्यूनतम तापमान 30 डिग्री के इर्द गिर्द ही रहा है। सोमवार को सुबह से ही सूरज ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए। हालात यह थे कि सुबह आठ बजे ही पल भर में शरीर से पसीना टपकने लगा था। इसके बाद ज्यों-ज्यों दिन बढ़ता गया गर्मी की भीषणता भी उग्र रूप लेती गई। दोपहर में तो हालात और भी विकट थे। टंकियों का पानी उबला, सड़कें सूनीं:
तीखी गर्मी के कारण पूरे दिन शहर में सन्नाटा छाया रहा। लोग अपने घरों से कम ही बाहर निकले। जिनको बाहर निकलना पड़ा उनके पसीने छूट गए। मकानों में छत पर रखी टंकियों का पानी भी उबलने लगा था। जो सड़कें सामान्य दिनों में आबाद रहती हैं वहां भी सोमवार दोपहर को सन्नाटा पसरा था। आउटडोर में मरीज बढ़े:
तापमान के लगातार बढ़ने का असर अस्पतालों के आउटडोर पर देखने को मिल रहा है। अस्पतालों में मरीजों की भीड़ नहीं टूट रही है। उल्टी दस्त के मरीज लगातार बढ़ते जा रहे हैं। छोटे बच्चों व बुजुर्गों को यह परेशानी ज्यादा है। चिकित्सकों ने तेज धूप में नहीं निकलने और निकलने की मजबूरी होने पर सिर पर कपड़ा ढंककर ही निकलने की सलाह दी है। तेज धूप में पानी पीकर निकलने की भी सलाह दी गई है। चिकित्सकों का कहना है कि बाहर रखा खुला भोजन कतई न खाएं तथा तली हुई चीजों से परहेज करें। इसी तरह पशुओं को समय-समय पर पानी पिलाने व छाया में बांधने की सलाह दी गई है।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप