सेवा नियम लागू करने की जिद पर अड़े हड़ताली कर्मचारी
जिला रेवाडी के समस्त एनएचएम कर्मचारी अपनी मांगो को लेकर
बर्ल्ब- सरकार के साथ दूसरे दौर की वार्ता विफल होने के बाद जारी रही एनएचएम कर्मचारियों की हड़ताल जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : नेशनल हेल्थ कर्मचारियों (एनएचएम) को मंगलवार को सरकार और कर्मचारी प्रतिनिधियों के साथ चली वार्ता विफल होने के बाद अब मुख्यमंत्री के साथ होने वाली बातचीत पर उम्मीद टिकी है। कर्मचारी पहली शर्त के रूप में सेवा नियम लागू कराने की मांग पर अड़े हैं। कर्मचारियों की हड़ताल आठवें दिन भी जारी रही।
मंगलवार को दूसरे दिन क्रमिक अनशन पर बिट्टू धनखड़, बीना, अनीता यादव, रेणू और रवि बैठे। इस दौरान कर्मचारियों ने हड़ताल को फेसबुक पर लाइव कराकर सरकार तक आवाज पहुंचाने का प्रयास भी किया। कर्मचारियों को समर्थन देने एसयूसीआई के जिला सचिव कामरेड राजेंद्र ¨सह भी पहुंचे।
जिला प्रधान पंकज ने बताया कि सरकार के साथ लगातार दूसरे दिन वार्ता विफल होने से सरकार का संवेदनहीन रवैया उजागर हुआ है। यदि सरकार सेवा नियम लागू करती है तो वे हड़ताल समाप्त करने को तैयार हैं लेकिन शेष मांगों के लिए संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने हड़ताल के कारण आमजन को हो रही परेशानी के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया। इस मौके पर मुख्य रूप से उपप्रधान संतोष यादव, महासचिव प्रवीन यादव, सचिव श्याम शर्मा, संयोजक मुनेश यादव, योगेश, अर्बन प्रधान अजय अग्रवाल, विनोद यादव, सचिन खटाना, प्रकाश, महेंद्र, विजेंद्र, प्रदीप सहित समस्त एनएचएम कर्मचारी मौजूद थे। कर्मचारियों के टर्मिनेशन को लेकर फैली रही अफवाह:
आंदोलन कर रहे कर्मचारियों को टर्मिनेट करने की भी अफवाह चलती रही। विभाग की ओर से न तो कर्मचारियों को नोटिस दिया गया है और न ही किसी कर्मचारी को टर्मिनेट किया गया है।
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कर्मचारियों की हड़ताल के मद्देनजर जिला मुख्यालय पर वैकल्पिक व्यवस्था की हुई है। लोगों को परेशानी नहीं हो इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। कर्मचारियों की हड़ताल पर कार्रवाई के लिए उच्च विभाग के आदेश का इंतजार है। अभी किसी प्रकार के कोई आदेश नहीं मिले हैं।
- डॉ. कृष्ण कुमार, सिविल सर्जन