कर्मचारियों ने निकाली सरकार की शव यात्रा
नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) के कर्मचारियों की हड़ताल समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले 21 दिन से हड़ताल पर चल रहे कर्मचारियों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। सोमवार को कर्मचारियों ने सरकार की अर्थी निकालकर अपना रोष प्रकट किया। सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाया। कर्मचारियों के धरने को आए दिन विभिन्न राजनीतिक दल और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि उनका समर्थन करने आ रहे हैं लेकिन सरकार और व विभाग की ओर से कोई ध्यान नही दिया जा रहा है। अब विभाग ने इन कर्मचारियों के बदले नई नियुक्ति करनी शुरू कर दी है। सोमवार को धरने पर बैठे 2
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) कर्मचारियों की हड़ताल लगातार जारी है। सोमवार को 21वें दिन कर्मचारियों ने सरकार की शव यात्रा निकालकर अपना रोष प्रकट किया। सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाया। वहीं, विभाग ने इन कर्मचारियों के बदले नई नियुक्ति करनी शुरू कर दी है। सोमवार को धरने पर बैठे 280 कर्मचारियों को नोटिस थमाकर 24 घंटे के अंदर ड्यूटी पर लौटने के निर्देश दिए हैं। ड्यूटी ज्वाइन नहीं करते हैं तो उनका अनुबंध समाप्त करने की चेतावनी दी गई है। 21 कर्मचारी हो चुके हैं टर्मिनेट:
इससे पहले विभाग की ओर से 21 कर्मचारियों को टर्मिनेट करने का नोटिस जारी किया जा चुका है। कर्मचारियों ने सरकार के आदेश को दरकिनार करते हुए आंदोलन जारी रखने का निर्णय लिया है। एंबुलेंस चालकों की भर्ती शुरू:
कर्मचारियों की हड़ताल के चलते स्वास्थ्य विभाग की ओर से एंबुलेंस चालकों की भर्ती शुरू कर दी गई है। सोमवार को सिविल सर्जन कार्यालय के बाहर काफी संख्या में युवाओं की भीड़ लगी रही। अनुबंध के आधार पर एंबुलेंस चालकों की भर्ती की जा रही है। काफी संख्या में युवाओं ने साक्षात्कार दिया।
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कर्मचारियों की हड़ताल से मरीजों को हो रही परेशानी को दूर करने के लिए आउटसोर्स से भर्तियां की जा रही है। इसकी शुरुआत एंबुलेंस चालकों की भर्ती से हो गई है। यदि हड़ताल में शामिल कर्मचारी ड्यूटी पर नहीं लौटते हैं तो इनका विकल्प तैयार किया जा रहा है। सरकार की ओर से कर्मचारियों को बार बार काम पर लौटने के निर्देश दिए जा चुके हैं।
- डॉ. कृष्ण कुमार, सिविल सर्जन