धारूहेड़ा में 15 से ज्यादा जगह बनाए कृत्रिम घाट
औद्योगिक क्षेत्र में छठ पूजा की तैयारियां आरंभ हो गई हैं।
संवाद सहयोगी, धारूहेड़ा: औद्योगिक क्षेत्र में छठ पूजा की तैयारियां आरंभ हो गई हैं। विभिन्न संगठनों की ओर कृत्रिम घाटों को सजाने संवारने का काम जोर-शोर से चल रहा है, वहीं बाजार में भी छठ पूजा से संबंधित सामान बिकने आरंभ हो गए हैं। बास रोड पर नीलगिरी कॉलोनी, संतोष कालोनी, राम नगर, शिव नगर, आजाद नगर, सेक्टर चार व छह, गुर्जर घटाल, कर्ण कुंज, कापड़ीवास, मालपुरा में सामूहिक रूप से अर्घ्य देने के लिए कृत्रिम घाट तैयार किए जा रहे हैं। इसके अलावा कई कॉलोनियों में भी छोटे-छोटे घाट तैयार किए जा रहे हैं। विशेष खाना होगा तैयार:
रविार को नहाय खाय के तहत घरों में विशेष खाना बनाया जाएगा। महिलाएं सुबह स्नान करके अरबा चावल, चने की दाल और घीया की सब्जी खाती हैं। खाने में लहसुन व प्याज का इस्तेमाल नहीं होता। सब्जी में सेंधा नमक डाला जाता है। छठ पूजा के लिए बांस या पीतल की सूप, बांस के फट्टे से बने दौरा, डलिया और डगरा, पानी वाला नारियल, गन्ना, सुथनी, शकरकंदी, हल्दी, अदरक, नाशपाती, नींबू बड़ा, शहद की डिब्बी, पान, साबूत सुपारी, कैराव, ¨सदूर, कपूर, कुमकुम चावल, अक्षत के लिए चंदन व मिठाई आदि खरीदी जाती है।
---------
पहले दिन दान ¨सह होंगे मुख्य अतिथि:
वार्ड 16 की पार्षद मनीषा सैनी ने बताया कि नीलगिरी कॉलोनी में आयोजित होने वाली पूजा में 13 नवंबर शाम को पूर्व संसदीय सचिव दान ¨सह मुख्य अतिथि होंगे। हर साल स्थानीय विधायक व अन्य नेतागण भी शामिल होते हैं। स्थानीय लोगों की भागीदारी भी हर साल बढ़ती जा रही है।
--------------
बिहार से आए हुए बीस साल से ज्यादा समय हो गया है। मैं अपने परिवार के साथ कई साल से धारूहेड़ा के शिव नगर में रहते हुए छठ पूजा करती आ रही हूं। घर से दूर होकर यहां आयोजन करने का अवसर मिलने से खुशी होती है।
- शीला देवी, शिव नगर
...
छठ पूजा को लेकर तैयारियां जारी है। स्थानीय लोगों का पूरा सहयोग मिल रहा है। सहयोग के चलते छठ पूजा का कार्य हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है। हम करीब दस साल से सेक्टर छह में छठ पूजा मनाते हैं।
- हरिनारायण, सेक्टर छह, धारूहेड़ा
....
छठ पर्व मनाने के लिए पहले घर जाना पड़ता था। अब यहीं अपनी परंपरा को पूरा करने का अवसर मिल रहा है। यहां सभी प्रकार की सुविधाएं होने से अब गांव जाने की जरूरत नहीं है। मैं करीब पांच साल से संतोष कॉलोनी में परिवार के साथ पर्व मना रही हूं।
- बसंती देवी, धारूहेड़ा
...
मैं धारूहेड़ा में पहली बार अपने परिजनों के पास आई हूं। मुझे बड़ी खुशी है कि यहां हर प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध हैं। अपने गांव की तरह यहां भी लोगों में पर्व को लेकर काफी उत्साह है।
- रूबी, नीलगिरी कॉलोनी