किसानों को बताए ड्रिप व फव्वारा विधि के लाभ
जिला बागवानी विभाग की ओर से ड्राप मोर क्राप स्कीम के तहत गांव हांसावास में किसान जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : जिला बागवानी विभाग की ओर से ड्राप मोर क्राप स्कीम के तहत गांव हांसावास में किसान जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
जिला उद्यान अधिकारी डॉ. दीन मोहम्मद ने बताया कि किसान ड्रिप व फव्वारा विधि अपनाकर कम लागत में अधिक लाभ कमा सकते हैं। बागवानी विभाग द्वारा किसानों को ड्रिप और फव्वारा विधि से पानी की एक-एक बूंद से अधिक पैदावार लेने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। उन्होंने बताया की गिरते भू-जलस्तर के कारण जलसंकट के समय में ड्रिप व फव्वारा पद्धति बागवानी के लिए वरदान सिद्ध हो सकती है। उन्होंने बताया कि बागवानी विभाग के अनुमान के अनुसार अलग- अलग फसलों में इस विधि से पानी की 20 से 50 प्रतिशत तक बचत की जा सकती है तथा पैदावार में 20 से 80 प्रतिशत तक की वृद्धि देखी जा सकती है।
उद्यान विकास अधिकारी डॉ. प्रेम कुमार ने किसानों को बताया कि जिले को स्प्रिंकलर सिस्टम एवं टपका सिचाई प्रणाली पर 390 हेक्टेयर का लक्ष्य मिला है। जिला उद्यान अधिकारी ने कार्यक्रम के दौरान विभाग की अन्य योजनाओं के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जल शक्ति अभियान के तहत संरक्षण के लिए किसानों के साथ-साथ आम जनता को भी जागरूक किया जा रहा है। कल को सुरक्षित रखने के लिए आज से ही जल संरक्षण का कार्य सभी को शुरू करना चाहिए।