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मौत के चौराहों पर रोजाना हो रहे हैं हादसे

प्रशासनिक लापरवाही के कारण शहर के कुछ चौक मौत के चौराहे बने हुए हैं। राव अभय सिंह चौक पर सोमवार को मोटरसाइकिल सवार युवक को ट्रक से कुचलने की घटना ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 06 Dec 2021 10:09 PM (IST)Updated: Mon, 06 Dec 2021 10:09 PM (IST)
मौत के चौराहों पर रोजाना हो रहे हैं हादसे
मौत के चौराहों पर रोजाना हो रहे हैं हादसे

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: प्रशासनिक लापरवाही के कारण शहर के कुछ चौक मौत के चौराहे बने हुए हैं। राव अभय सिंह चौक पर सोमवार को मोटरसाइकिल सवार युवक को ट्रक से कुचलने की घटना ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस चौक पर पहले भी दर्जनों सड़क हादसे हो चुके हैं। शहर के नाईवाली चौक पर भी रोजाना हादसे हो रहे हैं। बार-बार हादसों के बाद भी प्रशासन द्वारा इन चौराहों को दुरुस्त करने के लिए गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है।

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शहर का सबसे खतरनाक चौक: दिल्ली रोड स्थित राव अभय सिंह चौक शहर का सबसे खतरनाक चौक है। यहां पर हुडा बाईपास रोड दिल्ली रोड को क्रास कर रहा है। इस चौराहे पर कोई भी सर्कल न होने के कारण वाहन चारों ओर से सरपट दौड़ते हैं और हर दिन हादसे होते हैं। सड़क हादसों को रोकने के लिए कुछ वर्ष पहले यहां पर ट्रैफिक लाइटें लगाई गई थीं। ट्रैफिक लाइटें कुछ दिन ही चालू रही थीं, जिसके चलते हादसे भी थमे थे लेकिन अब ये लाइटें ठप पड़ी हुई हैं। कुछ माह पहले भी एक स्कूटी सवार महिला व उसकी बेटी को डंपर ने टक्कर मार दी थी, जिसमें महिला की मौत हो गई थी। वाहन चालकों के घायल होने की भी आए दिन घटनाएं सामने आती रही हैं। राव अभय चौक पर सर्कल का निर्माण होने और ट्रैफिक लाइटें दुरुस्त होने के बाद हादसों पर अंकुश लग सकता है।

बंद पड़े हैं सीसीटीवी कैमरे: प्रशासन की ओर से राव अभय सिंह चौक पर सीसीटीवी कैमरे लगाए हुए हैं, लेकिन पिछले कई माह से यह कैमरे बंद पड़े हुए हैं। हादसे के बारे में जानकारी के लिए पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच करने के लिए पहुंची, लेकिन कैमरे बंद होने के कारण पुलिस को हादसे की पूरी डिटेल नहीं मिल पाई। बंद कैमरों को चालू करने के लिए प्रशासन की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया गया। इनसेट:

नाईवाली चौक पर रोज हो रहे हादसे:

शहर के सरकुलर रोड पर प्रशासन द्वारा वन-वे सिस्टम शुरू किया गया है। सुबह सात बजे से रात्रि नौ बजे तक सरकुलर रोड पर यातायात सुई की दिशा में चलाया जा रहा है। इस दौरान भारी वाहनों की एंट्री पर भी प्रतिबंध लगाया है। वन-वे करने के बाद सरकुलर रोड पर चलने वाले वाहनों की गति भी बढ़ गई है। शहर के नाईवाली चौक पर आए दिन हादसे सामने आ रहे है। तीन दिन पहले कंपनी कर्मचारियों को छोड़ने आ रही बस ने मोटरसाइकिल चालक को टक्कर मार दी थी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। दो पहने नारनौल की तरफ से आ रहा ट्राला नाईवाली चौक में शहीद राव तुलाराम की प्रतिमा तक घुस गया था। इन चौराहों को दुरुस्त करने के लिए कई बार मांग उठ चुकी है, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर लापरवाही बरती जा रही है, जिस कारण हादसे बढ़ते जा रहे है। एक्सपर्ट की सलाह:::

सिविल इंजीनियर लोकनिर्माण विभाग से सेवानिवृत्त आरके सपड़ाने कहा कि राव अभय सिंह चौक सर्कल का नहीं होना हादसे की सबसे बड़ी वजह है। चौक पर जो प्रतिमा लगी हुई है उसके कारण बाईपास से जाने वाले वाहन चालक और दिल्ली की तरफ से आने वाले वाहन चालक को एक दूसरा दिखाई ही नहीं पड़ता। वहीं दिल्ली की तरफ से आने वाला वाहन चालक प्रतिमा के नजदीक से अपने वाहन को निकालने का प्रयास करता है जिसके कारण ही सबसे ज्यादा हादसे होते हैं। यहां न तय मानकों के अनुसार ब्रेकर बनाए हुए हैं और न ही ट्रैफिक लाइटें चल रही हैं। पुलिसकर्मी भी कभी कभार ही ड्यूटी देते हैं। इन व्यवस्थाओं में सुधार करना होगा।

-चौक पर सर्कल का निर्माण कराया जाए, जिससे वाहन आमने-सामने नहीं टकराएंगे।

-चारों तरफ से आने वाली सड़कों पर ब्रेकर बनें और उनपर सही तरीके से पेंट किया जाए।

-पुलिसकर्मियों की चौक पर ड्यूटी रहे जिससे हादसों से बचा जा सकता है।

-ट्रैफिक लाइटों को भी शुरू किया जाए जिससे एक तरफ का ट्रैफिक एक बार ही चलेगा

-चौक के साइड में लगी प्रतिमा को सम्मानजनक तरीके से सही स्थान पर शिफ्ट किया जाए जिससे वाहन चालकों को सामने व इधर उधर के वाहन स्पष्ट तौर पर दिखाई दे सके। राव अभय सिंह चौक पर बैरिकेड लगा कर व्यवस्था की गई है। और अधिक सुधार करने के लिए भी प्रयास किए जा रहे है। चौक पर लगे सीसीटीवी कैमरों को भी तुरंत शुरू कराया जा रहा है। इस चौक पर वाहन की गति अधिक होने से हादसे हो रहे है। लोगों को भी नियमों का पालन करते हुए चौक-चौराहों पर वाहन की गति धीमी रखनी चाहिए ताकि हादसे का डर न रहे।

-परमानंद, एसएचओ यातायात। चौराहे पर सर्कल बनाने को लेकर उच्चाधिकारियों से बातचीत की जाएगी। नप को अगर अनुमति मिलती है तो हम शीघ्रता से यहां पर सर्कल का निर्माण कराएंगे।

-पूनम यादव, चेयरपर्सन नप


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