Move to Jagran APP

आढि़यों के माध्यम से सरसों खरीद का विरोध

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : सरकार आढ़तियों के माध्यम से सरसों खरीदने की शुरूआत करने

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Mar 2018 07:06 PM (IST)Updated: Thu, 22 Mar 2018 07:06 PM (IST)
आढि़यों के माध्यम से सरसों खरीद का विरोध

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : सरकार आढ़तियों के माध्यम से सरसों खरीदने की शुरूआत करने जा रही है और इसका विरोध भी शुरू हो गया है। बृहस्पतिवार को नई अनाजमंडी के व्यापारियों ने सरकार से मांग की है कि रेवाड़ी मंडी में इस व्यवस्था को शुरू न किया जाए क्योंकि इससे आढ़तियों को कोई फायदा नहीं बल्कि नुकसान ही होने वाला है तथा मंडी की व्यवस्था भी बिगड़ेगी। बिचौलिए ही उठाएंगे इसका लाभ

loksabha election banner

व्यापारी राकेश कुमार, पूर्व प्रधान अशोक यादव, सुरेश कुमार, हरकेश यादव, नवल कुमार, विरेंद्र ¨सह, लक्ष्मीनारायण, हनुमान प्रसाद, लख्मीचंद व मुकेश कुमार आदि का कहना है कि आज ही व्यापारियों को जानकारी मिली है कि सरकार आढ़तियों के माध्यम से उन मंडियों में सरसों खरीद की तैयारी कर रही है जहां इसकी खरीद नहीं हो रही है। सरकार चाहती है कि रेवाड़ी मंडी के आढ़ती सरसों की खरीद करे तथा उसको महेंद्रगढ़, नारनौल, अटेली आदि मंडियों में ले जाकर समर्थन मूल्य पर बेचे। आढ़तियों को इसके लिए 1 प्रतिशत कमीशन देने की बात कही जा रही है। इनका कहना है कि इसमें बड़ी मुसीबत यह है कि सरकारी खरीद उनके द्वारा तय शर्तों के अनुसार ही होगी। सरसों में नमी ज्यादा मिली तो सरसों खरीद से इनकार कर दिया जाएगा। इतना ही नहीं रेवाड़ी मंडी में तो ज्यादातर सरसों राजस्थान से आती है इसका हरियाणा के किसानों को ज्यादा लाभ नहीं मिलने वाला। इसके साथ ही गांवों में से किसानों की सरसों खरीदने वाले बिचौलिए ही इस योजना का लाभ उठाएंगे आम किसान व आढ़ती को कोई लाभ नहीं मिलने वाला। अगर यह व्यवस्था लागू की गई तो रेवाड़ी मंडी में अव्यवस्था का माहौल बनना तय है क्योंकि मंडी पहले ही सरसों से अटी पड़ी है। व्यापारियों ने मांग की है कि सरकार इस पॉलिसी को रेवाड़ी मंडी में लागू न करे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.