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गो-तस्करी के लिए चालक को मिलता है इनाम

कृष्ण कुमार, रेवाड़ी: गायों से भरी पिकअप को ठिकाने पर पहुंचने के लिए चालक को वेतन के अतिरिक्त इना

By Edited By: Published: Sun, 01 May 2016 06:37 PM (IST)Updated: Sun, 01 May 2016 06:37 PM (IST)
गो-तस्करी के लिए चालक को मिलता है इनाम

कृष्ण कुमार, रेवाड़ी: गायों से भरी पिकअप को ठिकाने पर पहुंचने के लिए चालक को वेतन के अतिरिक्त इनाम भी मिलता है। शुक्रवार की रात को सिपाही राज ¨सह की हत्या के आरोप में पकड़े गए गो-तस्कर तालिम से पुलिस को तस्करी को लेकर कई अहम जानकारियां मिली है। गो-तस्करी के पीछे पिकअप मालिक की बड़ी भूमिका रहती है।

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पिकअप मालिक बुलाता है गो-तस्कर

गो-तस्करी में पिकअप मालिक की मुख्य भूमिका होती है। पिकअप मालिक द्वारा गो-तस्करी के लिए अलग-अलग स्थानों से सदस्यों को बुलाया जाता है। पिकअप गाड़ी की कमान एक्सपर्ट चालक को दी जाती है। चालक को एक चक्कर के लिए पिकअप मालिक द्वारा सात हजार रुपये दिए जाते हैं तथा गायों से भरी गाड़ी को सही ठिकाने पर पहुंचाने के लिए अलग से इनाम भी मिलता है। गायों को पिकअप में भरने के बाद रास्ता रोकना उन्हें नागवार गुजरता है तथा किसी की जान लेने से भी नहीं चूकते। गत 10 अप्रैल की रात को भी सिपाही राज ¨सह ने गो-तस्करों का रास्ता रोकने का प्रयास किया था। गोतस्करों ने राज ¨सह को पिकअप के नीचे कुचल दिया था। राज ¨सह की हत्या में प्रयुक्त पिकअप गाड़ी मेवात के गांव घासेड़ा निवासी एक व्यक्ति है तथा उस रात मेवात व राजस्थान के युवक गिरोह में शामिल थे।

कच्चे रास्तों का करते हैं प्रयोग

गो-तस्करों को पुलिस से बचाने के लिए आगे एक अन्य गाड़ी भी रहती है जो पायलट का काम करती है। कहीं भी संदेह होने पर तुरंत पीछे आ रहे गाड़ी चालक तक सूचना पहुंचते हैं। गो-तस्करों द्वारा अधिकतर कच्चे रास्तों का प्रयोग किया जाता है। कच्चे रास्तों पर पुलिस के मिलने का डर भी नहीं रहता। गायों को राजस्थान, मेवात व उत्तर प्रदेश में बेच दिया जाता है। तालिम से पूछताछ में सामने आया है कि गो-तस्करों को घूमंतु लोग गायें बेचते हैं। ये आवारा घूमने वाली गायों को अपनी गायों के झुंड में शामिल कर लेते हैं तथा मौका लगने पर गो-तस्करों को बेच देते हैं।

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जांच में सामने आया है कि गो-तस्करों द्वारा कच्चे रास्तों का प्रयोग किया जाता है। कच्चे रास्तों पर पुलिस का भय भी कम हो जाता है। परंतु अब पुलिस द्वारा कच्चे रास्तों पर भी नजर रखी जा रही है। गो-तस्करों के खिलाफ पुलिस द्वारा सख्त कार्रवाई की जा रही है।

-मोहम्मद जमाल, डीएसपी (क्राइम-2), रेवाड़ी।


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