11 से 12 खुले दरबार का समय, इसी दौरान मीटिग
सुबह के ठीक 11 बजकर 1 मिनट का समय हुआ था। मैं अमित सैनी अपने फोटोग्राफर हरिओम यादव के साथ नगर परिषद कार्यालय में पहुंचा। यहां कुछ लोग अपनी समस्याओं को लेकर इधर-उधर भटक रहे थे।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: सुबह के ठीक 11 बजकर 1 मिनट का समय हुआ था। मैं अमित सैनी अपने फोटोग्राफर हरिओम यादव के साथ नगर परिषद कार्यालय में पहुंचा। यहां कुछ लोग अपनी समस्याओं को लेकर इधर-उधर भटक रहे थे। हमारे यहां पहुंचने का उद्देश्य यह पड़ताल करना था कि अधिकारी सुबह 11 से 12 बजे के बीच खुला दरबार लगाकर समस्याएं सुन रहे हैं या नहीं।
शहरी स्थानीय निकाय मंत्री अनिल विज ने सभी निकाय अधिकारियों के लिए एक घंटा समस्याएं सुनने के लिए निर्धारित किया है। यहां पहुंचने पर हमने कर्मचारियों से बातचीत की तो पता चला कि ईओ साहब तो जिला सचिवालय में मीटिग में गए हुए हैं। ईओ साहब के कार्यालय में पहुंचे तो वहां दरवाजा बाहर से बंद नजर आ रहा था। कुंडी नहीं लगी थी इसलिए हमने दरवाजा खोला। भीतर सचिव कर्मबीर यादव बैठे हुए थे। सचिव कर्मबीर यादव दो दिन पूर्व ही चरखी दादरी से ट्रांसफर होकर रेवाड़ी आए हैं। उन्होंने बताया कि समस्या सुनने के लिए वे यहां पर मौजूद हैं लेकिन कोई आया नहीं है। दरवाजा खुला नजर आया तो इसी दौरान दो तीन शिकायतकर्ता भी पहुंच गए, जिनको हाउस टैक्स को लेकर परेशानी थी। सचिव ने समस्या को सुना तथा संबंधित कर्मचारी को समस्या समाधान का आदेश जारी किया।
मीटिग में ही रहते हैं ईओ साहब तो..
दैनिक जागरण की टीम लगातार दो दिनों से नगर परिषद कार्यालय में जा रही है। दोनों दिन ईओ साहब 11 से 12 बजे के बीच जिला सचिवालय में मीटिग में ही रहते हैं। जो समय समस्या सुनने का होता है उसी समय पर मीटिग भी।
जनता को तो जागरूक करना होगा: नगर परिषद में हर रोज 11 से 12 बजे अधिकारियों का समस्या सुनने का समय निर्धारित है। यह बात जनता के बीच अभी पहुंची नहीं है। लोग नगर परिषद में इधर से उधर बस भटकते रहते हैं। ऐसे में नप अधिकारियों को समस्या सुनने के समय का नोटिस तो लगाना ही चाहिए। मैं अपने हाउस टैक्स की समस्या लेकर घूम रहा हूं। कोई सुनवाई ही नहीं हो रही। मुझे जानकारी नहीं थी कि अधिकारी एक घंटा समस्या सुनते हैं। जानकारी मिलने पर अब समस्या लेकर पहुंचा हूं, शायद समाधान हो जाए।
-जगबीर सिंह, मॉडल टाउन खुला दरबार के लिए 11 से 12 बजे का समय निर्धारित है। कार्यकारी अधिकारी मीटिग में गए हैं इसलिए मैं समस्या सुन रहा हूं। लोग एक घंटे के दौरान अपनी समस्याएं लेकर आ सकते हैं निश्चित तौर पर समाधान होगा।
-कमबीर यादव, सचिव नप।