युवक की अपहरण कर हत्या, आरोपितों की गिरफ्तारी पर अड़े स्वजन, नहीं किया युवक के शव का संस्कार
युवक का छह नंवबर को पूंडरीक तीर्थ से कार सवार युवकों ने उसका अपहरण किया था। इसके बाद उसकी हत्या कर दी गई थी। स्वजनों का कहना है कि मामले को लेकर पुलिस गंभीर नहीं है। तीन दिन बितने के बाद भी आरोपित को पकड़ा नहीं गया है।
कैथल, जेएनएन : पूंडरी के वार्ड नंबर सात निवासी 24 वर्षीय युवक बलराज का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी गई थी। युवक का शव करनाल के गांव प्योंता में मिला था। तीन दिनों से युवक का शव परिजन रखे हुए हैं। स्वजनों का कहना है कि जब तक आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होगी तब तक वह शव का संस्कार नहीं करेंगे। उन्होंने हत्यारोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रशासन को मंगलवार तक का अल्टीमेटम दिया था, जो पूरा हो चुका है।
युवक का छह नंवबर को पूंडरीक तीर्थ से कार सवार युवकों ने उसका अपहरण किया था। इसके बाद उसकी हत्या कर दी गई थी। स्वजनों का कहना है कि इस मामले को लेकर पुलिस गंभीर नहीं है। तीन दिन बितने के बाद भी अभी तक एक भी आरोपित को पकड़ा नहीं गया है। स्वजनों में घटना को लेकर रोष है। वार्ड नंबर सात निवासी सुल्तान के तीन बेटे हैं। बलराज सबसे बड़ा था, जबकि मंझला विजय है जोकि शटरिंग का काम करता है और सबसे छोटा आनंद जो कि बिजली का मिस्त्री है। परिवार वालों ने बताया कि घर में मंझले भाई विजय की शादी की तैयारियां चल रही थी, जो भाई की मौत से मातम में बदल गई। स्वजनों को सांत्वना देने के लिए दूर-दराज से राजीनितक दलों से जुड़े हुए लोग पहुंच रहे हैं। पुलिस प्रशासन और खुफिया विभाग आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगालने में लगा है।
यह था मामला
बता दें कि पूंडरी के वार्ड नंबर सात निवासी बलराज (24) का छह नवंबर की शाम कार सवार कुछ युवकों ने पूंडरीक तीर्थ के पास से अपहरण कर लिया और सात नवंबर को बलराज का शव करनाल जिला के जूंडला थाना के गांव प्योंत में मिली। सात नवंबर की रात करीब 9 बजे सोशल मीडिया पर वायरल एक मैसेज के माध्यम से उन्हें जानकारी मिली कि प्योंत में एक युवक का शव पड़ा हुआ है। बाद में जिसकी पहचान बलराज के रूप में हुई। आठ नवंबर को युवक का शव स्वजनों को सौंपा गया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए अंडर ट्रेनिंग आइपीएस हिमाद्री कौशिक, डीएसपी कृष्ण कुमार, एसडीएम व थाना प्रभारी मुकेश कुमार के अलावा सीआइए के अधिकारी व आस-पास के थानों के थाना प्रभारी भी मौके पर पहुंचे थे। पुलिस अधिकारियों ने स्वजनों को युवक के शव का संस्कार करने को कहा, लेकिन स्वजन इस मांग पर अड़े रहे की जब तक आरोपितों को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा वह संस्कार नहीं करेंगे।