पानीपत में एकतरफा प्यार में सिरफिरे ने छात्रा को गोली मारी, खुद भी की आत्महत्या
एकतरफा प्यार में सिरफिरे ने आइटीआइ छात्रा को गोली मार दी। उसके नीचे गिरते ही उसने खुद को भी गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
जेएनएन, पानीपत। एकतरफा प्यार में सिरफिरे ने आइटीआइ छात्रा को गोली मार दी। उसके नीचे गिरते ही उसने खुद को भी गोली मारकर आत्महत्या कर ली। वारदात देसराज कॉलोनी के संस्कृति पब्लिक स्कूल के पास गली नंबर तीन की है। वहीं, परिजनों का आरोप है कि छात्रा के चाचा ने रामकिशोर की गोली मारकर हत्या की है। बता दें कि आरोपित बॉडी बिल्डिंग में मिस्टर पानीपत का खिताब जीत चुका है।
देसराज कॉलोनी की गली नंबर सात में रहने वाली 20 वर्षीय छात्रा ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि वह करनाल की आइटीआइ में मल्टीमीडिया का कोर्स कर रही है। एक साल पहले उसने सरकारी स्कूल से 12वीं की परीक्षा पास की थी। तभी से काबड़ी गांव का रामकिशोर (22) उसका पीछा करने लगा। रामकिशोर बस स्टैंड से लेकर घर तक बाइक से पीछा करता था। वह उसे डांट भी चुकी थी। उसने इस डर से परिजनों को नहीं बताया कि कहीं वह उसकी पढ़ाई न छुड़वा दें।
सहेली के घर से लौट रही थी
छात्रा बुधवार सायं 4:30 बजे आइटीआइ से आने के बाद कॉलोनी में ही सहेली के घर गई थी, क्योंकि सहेली की मां का ऑपरेशन हुआ था। यहां से वह पैदल घर लौट रही थी। तभी बाइक पर रामकिशोर आया और उसे गोली मार दी। गोली पेट को छूते हुए निकल गई। खून से लथपथ छात्रा जैसे ही जमीन पर गिरी। उसे मरा समझकर रामकिशोर ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। किसी राहगीर ने पुलिस कंट्रोल रूम में सूचना दी। डीएसपी सिटी सतीश कुमार गौतम, किला थाना प्रभारी प्रवीण कुमार और सोनीपत की एफएसएल टीम ने घटनास्थल का मुआयना कर दोनों देसी पिस्तौल व बाइक कब्जे में ले ली।
खौफजदा लोग घरों में दुबक गए
गोलियां चलने की आवाज सुनकर लोग डर से घरों में दुबक गए। करीब 15 मिनट बाद वह बाहर आए, लेकिन पुलिस को कुछ नहीं बताया।
आइटीआइ में किया था हंगामा
छात्रा ने बताया कि छह महीने पहले उसका रिश्ता तय हो गया था। एक सप्ताह पहले रामकिशोर ने आइटीआइ में घुसकर धमकी दी थी कि अगर उसने शादी की तो जान से मार देगा। इस पर छात्रा ने आरोपित को यह कहकर धमका दिया था कि ऐसा करने की उसकी औकात नहीं है। इसके बाद शिक्षक व सहपाठियों ने रामकिशोर को डांटकर भगा दिया था।
मृतक रामकिशोर का फाइल फोटो।
फौज की तैयारी कर रहा था रामकिशोर
रामकिशोर से बड़े तीन भाई अजय, राजेंद्र और शैलेंद्र हैं। पिता मान सिंह की डेढ़ साल पहले बीमारी से मौत हो चुकी है। अजय ने बताया कि एक साल पहले रामकिशोर ने सेक्टर-28 के दीनबंधु गुप्ता राजकीय कॉलेज से बीए फाइनल की परीक्षा पास की थी। उसने उसे बीएड करने को कहा तो रामकिशोर बोला कि वह फौज में जाएगा। इसी की तैयारी के लिए वह सुबह-शाम जिम जाता और दौड़ लगाता था। रामकिशोर ने काबड़ी गांव में चाय की दुकान कर रखी थी।
महिला ने मदद के बजाय छात्रा को बाहर निकाला
घायल छात्रा ने बताया कि मौके पर 100 से ज्यादा महिला व पुरुष खड़े थे। इनमें से कई मोबाइल से वीडियो भी बना रहे थे। वह दर्द से कराहते हुए मदद मांग रही थी, लेकिन कोई पास नहीं आया। हिम्मत करके वह उठी और पास के एक घर में गई तो महिला ने उसे ये कहकर घर से बाहर निकाल दिया कि वह पुलिस केस में नहीं फंसना चाहती। इसके बाद उसकी सहेली ने एक बाइक सवार की मदद से उसे रिक्शा में बैठाया और निजी अस्पताल में ले गई।
पानीपत जाने की बात कहकर निकला था
बड़े भाई शैलेंद्र ने बताया कि रामकिशोर को बाइक का चेन सेट ठीक कराने के लिए 1000 रुपये दिए थे। दुकान से कोल्ड डिंक पीकर रामकिशोर घर चला गया था। शाम को जब वह घर पहुंचा तो भाभी ने बताया कि रामकिशोर बैग लेकर शहर जाने की बात कहकर गया है। देर शाम पुलिसकर्मी ने सूचना दी कि रामकिशोर की मौत हो चुकी है।
डीएसपी सिटी सतीश कुमार वत्स का कहना है कि घायल छात्रा के बयान दर्ज कर लिए गए हैं। रामकिशोर के परिजनों ने बयान नहीं दिए हैं। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि रामकिशोर ने युवती को गोली मारकर फिर खुद को गोली मारी है।
रामकिशोर के परिजनों ने उठाए गंभीर सवाल
काबड़ी गांव के नेमपाल बरवाला का आरोप है कि छात्रा के चाचा ने रामकिशोर की पीठ में गोली मारी है। सवाल उठाया कि अगर रामकिशोर ने वारदात को अंजाम दिया है तो घटनास्थल पर छात्रा का खून क्यों नहीं पड़ा मिला। वहीं पुलिस बता रही है कि रामकिशोर से दो देसी पिस्तौल बरामद किए गए हैं, जबकि मौके से जो गोली का खोल बरामद किया है, वो किसी और असलहे का है। मामले की पुलिस निष्पक्षता से जांच करे।
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