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बरसत रोड पर बने छह फैक्ट्री गोदामों को ढहाया

जिला योजनाकार की टीम ने पुलिस बल के साथ बरसत रोड पर शालिनी गैस गोदाम के पास बने फैक्ट्री शेड गोदामों पर जेसीबी चलवाई। जिला योजनाकार अशोक गर्ग पुलिस बल के साथ बरसत रोड पर बने गोदामों को ध्वस्त करने के लिए पहुंचे। इस दौरान छह फैक्ट्री गोदामों को तुड़वाया गया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 15 Nov 2021 08:42 PM (IST)Updated: Mon, 15 Nov 2021 08:42 PM (IST)
बरसत रोड पर बने छह फैक्ट्री गोदामों को ढहाया
बरसत रोड पर बने छह फैक्ट्री गोदामों को ढहाया

जागरण संवाददाता, पानीपत : जिला योजनाकार की टीम ने पुलिस बल के साथ बरसत रोड पर शालिनी गैस गोदाम के पास बने फैक्ट्री शेड, गोदामों पर जेसीबी चलवाई। जिला योजनाकार अशोक गर्ग पुलिस बल के साथ बरसत रोड पर बने गोदामों को ध्वस्त करने के लिए पहुंचे। इस दौरान छह फैक्ट्री गोदामों को तुड़वाया गया। फैक्ट्री मालिक पुलिस होने के कारण विरोध नहीं कर सके। मौके पर ड्यूटी मजिस्ट्रेट मार्केटिग बोर्ड के एक्सईएन विनय रावल रहे। तोड़ फोड़ की कार्रवाई में जेई मनजीत, दीपक मौजूद रहे।

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पूर्व जिला पार्षद जोगिद्र स्वामी का कहना है कि नगर निगम और डीटीपी कार्यालय की मिलीभगत से अवैध भवनों पर तोड़फोड़ के नाम पर खानापूरी की गई है। पिछले काफी समय से अवैध कालोनियों और अवैध भवनों को लेकर शिकायतें दी जाती रही हैं। अधिकारी उस समय हो रहे अवैध निर्माणों को रोकने के लिए नहीं पहुंचते और भवन बनवा दिए जाते हैं। इसकी उच्च स्तरीय जांच की जानी चाहिए। उद्योगों ने जताया रोष

उद्योगपतियों का कहना है कि जब कोई उद्योगपति उद्योग लगाना शुरू करता है, तब कोई कार्रवाई नहीं होती। लाखों रुपये खर्च होने के बाद लगाए जा रहे उद्योगों के शेडों, गोदामों को तोड़ दिया जाता है। पानीपत में पिछले सात सालों में सैकड़ों नए उद्योग बाहरी क्षेत्रों कालोनियों में लग चुके हैं। लगातार उद्योग लगते जा रहे हैं। उद्यमियों का कहना है कि नया औद्योगिक सेक्टर विकसित नहीं किया जा रहा है। ऐसे में उद्यमी क्या करें। हरियाणा चैंबर आफ कामर्स भी इस मामले को उठा चुका है।

चैंबर चेयरमैन विनोद खंडेलवाल ने मांग की है कि जिन्हें अवैध कालोनियां कहा जा रहा है, वहां लगे उद्योगों में हजारों लोगों को रोजगार मिला हुआ। वहां के उद्योगों को नियमित किया जाए। नए उद्योगों के लिए औद्योगिक सेक्टर विकसित किए जाएं। तोड़फोड़ की कार्रवाई विकास में बाधा बन रही है।


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