खुलासा : पत्नी के कहने पर प्रेमी ने 50 हजार रुपये की सुपारी दे करवा दी पति की हत्या
25 वर्षीय दुर्वेश के ब्लाइंड मर्डर की सीआइए-टू ने गुत्थी सुलझा ली है। दुर्वेश की हत्या उसके साढू के छोटे भाई दुष्यंत और पत्नी पिंकी के प्रेमी ने 50 हजार रुपये की सुपारी दी थी।
पानीपत, जेएनएन। प्रेमी के साथ रहने को लेकर जीवनसाथी बने पति की हत्या करवाने के केसों में इजाफा होता जा रहा है। इसी तरह के एक और केस में खुलासा हुआ है। पानीपत के सेक्टर 29 में फ्लोरा चौक के पास 21 मार्च को नांगल खेड़ी में रहने वाले 25 वर्षीय दुर्वेश के ब्लाइंड मर्डर की सीआइए-टू ने गुत्थी सुलझा ली है। दुर्वेश की हत्या उसके साढू के छोटे भाई दुष्यंत और पत्नी पिंकी के प्रेमी ने दो युवकों को 50 हजार रुपये की सुपारी देकर कराई थी।
पुलिस के मुताबिक पिंकी से दुष्यंत शादी करना चाहता था, लेकिन स्वजनों ने शादी दुर्वेश से करा दी। इसलिए वह दुर्वेश की हत्या कर पिंकी को शादी करना चाहता था। वहीं दुर्वेश ने पुलिस पूछताछ में बताया कि पिंकी ने उसे कहा था कि दुर्वेश की हत्या करा दे तो वह उसके साथ शादी कर लेगी। सीआइए-टू ने हत्या की साजिश के आरोपित उत्तर प्रदेश के जिला अलीगढ़ के हबीबगंज के दुष्यंत को गिरफ्तार कर तीन दिन की पुलिस रिमांड पर लिया है। पुलिस हत्या के दो आरोपितों की तलाश में छापामारी कर रही है।
दस हजार रुपये देकर दुर्वेश की फोटो सुपारी किलर को दे पानीपत भेजा
इस मामले की जांच अधिकारी एसआइ जयवीर ने बताया कि दुर्वेश का साढू गुलबीर उर्फ गुल्लू है। गुलबीर का छोटा भाई दुष्यंत, पिंकी से प्रेम करता था और शादी करना चाहता था। दोनों परिवारों मेें शादी की बात भी हुई थी, लेकिन दस महीने पहले पिंकी की शादी अलीगढ़ के समैना गांव के दुर्वेश से करा दी। इससे दुष्यंत आक्रोशित हो गया। उसने हबीबगंज के विशाल और जटपुरा के प्रवीण को दुर्वेश की हत्या की 50 हजार रुपये की सुपारी दे दी। उसने दस हजार रुपये एडवांस और दुर्वेश को फोटो देकर पानीपत भेजा। बाकी के रुपये हत्या के बाद दिए जाने थे।
हत्यारों ने रेकी कर वारदात को अंजाम दिया, प्रयास किया वारदात लूट की लगे
पुलिस पूछताछ में दुष्यंत ने बताया कि प्रवीण और विशाल पानीपत पहुंचे। दुर्वेश नांगल खेड़ी में बड़े भाई अनिल यादव और सुनील के साथ किराये पर रहता था। दोनों बदमाशों ने एक सप्ताह तक रेकी कर पता लगाया कि दुर्वेश किस समय फैक्ट्री आता-जाता है। 21 मार्च को शाम 7:30 बजे दुर्वेश पैदल पालीवाल अभिटैक्स फैक्ट्री में काम करने के लिए फैक्ट्री जा रहा था। इसी दौरान फ्लोरा चौक के पास दोनों बदमाशों ने चाकू से ताबड़तोड़ वार कर हत्या कर दी। वारदात इस तरह से की थी कि लूटपाट लगे। हत्या के बाद ही बदमाश वहां से भागे। हत्या के बाद दुष्यंत ने दोनों बदमाशों को बकाया 40 हजार रुपये दे दिए। दुर्वेश पांच भाई व बहनों में सबसे छोटा था।
पुलिस आरोपित पिंकी को बचा रही
दुर्वेश के बड़े भाई अनिल ने कहा कि पुलिस ने बताया था कि पिंकी और दुष्यंत ने साजिश रचकर दुर्वेश की हत्या कराई है। दुुष्यंत ने भी पुलिस पूछताछ में भी पिंकी की मिलीभगत होना बताया था। अब पुलिस कह रही है कि हत्या में पिंकी का हाथ नहीं है। पुलिस ने पिंकी और दुष्यंत की फोन पर हुई बातचीत के आधार पर मामले की गुत्थी सुलझाई है। पुलिस दोनों आरोपितों पर कार्रवाई करे।