ठंड से ठिठुरा हरियाणा, खेतों में जमने लगा पाला, 24 घंटे में और गिरेगा तापमान
हरियाणा में ठंड बढ़ती जा रही है। न्यूनतम तापमान दो डिग्री तक पहुंच गया है। हरियाण के कुछ जिलों में तापमान शून्य तक पहुंच गया है। ठंंड से लोग ठिठुरने पर मजबूर हैंं। वहीं खेतों में भी पाला जमने लगा है।
करनाल, जागरण संवाददाता। ठंड प्रचंड होनी शुरू हो गई है। करनाल का न्यूनतम तापमान 3.4 डिग्री सेल्सियस तक आ चुका है, जो सामान्य से 5.0 डिग्री कम है। इस समय मौसम की जो परिस्थितियां बनी हुई हैं, तापमान ओर ज्यादा गिर सकता है। 2.0 डिग्री तक भी आ सकता है। हाड़ कंपकंपा देने वाली ठंड ने लोगों को बेहाल कर दिया है। जिससे बचाव के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं। सर्दी के इस सीजन में दिसंबर माह में 20 दिसंबर की रात सबसे ठंडी दर्ज की जा सकती है। पाला जमने की प्रबल संभावना बनी हुई है। मौसम विभाग का मानना है कि दिन के तापमान में भी गिरावट संभव है। केंद्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान के मुताबिक आने वाले 24 घंटे में तापमान में गिरावट का सिलसिला जारी रह सकता है।
एक पश्चिमी विक्षोभ 22 दिसंबर को आ रहा है और यह उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्र के मौसम को काफी हद तक प्रभावित करेगा। मैदानी इलाकों में निचले स्तरों में हवाएं बदलने लग सकती हैं और साथ में कुछ मध्यम और ऊंचे बादल भी दिखाई देंगे। इस दौरान बरसात की कोई संभावना नहीं है।
24 दिसंबर को भी एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना
मौसम विभाग के मुताबिक 24 दिसंबर को एक और पश्चिमी विक्षोभ की संभावना है। मैदानी इलाकों में प्रेरित चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से इसके प्रभाव क्षेत्र में वृद्धि होगी। 25 से 27 दिसंबर के बीच प्रदेश में में भी आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। इस अवधि के दौरान कुछ हिस्सों में कुछ बौछारें पड़ने की संभावना है और संभवतः 29 दिसंबर तक और बढ़ सकती है।
इस समय देशभर में यह बना हुआ है मौसमी सिस्टम
केंद्रय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान के मुताबिक दक्षिण अंडमान सागर और उससे सटे क्षेत्र पर एक गहरा कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। संबद्ध परिसंचरण औसत समुद्र तल से 5.8 किमी तक फैला हुआ है। एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ 22 दिसंबर से पश्चिमी हिमालय को प्रभावित करेगा और दूसरा 24 दिसंबर के आसपास सक्रिय हो सकता है।